भोपाल। राजधानी भोपाल सहित 6 जिलों में कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। भोपाल, होशंगाबाद और जबलपुर में कोरोना कर्फ्यू 24 मई सुबह 6 बजे तक बढ़ाया गया है। ग्वालियर, उज्जैन और नीमच जिले में 31 मई सुबह 6 बजे तक बंद रहेगा। इससे पहले 14 जिलों में लॉकडाउन बढ़ाया गया था।
घटी संक्रमण की दर : प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किल कोरोना अभियान को मिल रहे जन-सहयोग से कोविड-19 संक्रमण की कड़ी तोड़ने में सफलता मिल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण की दर जो 24 प्रतिशत तक पहुंच गई थी, वह घट कर आज 10.68 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में तो कोरोना वायरस से संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से भी कम रह गई है।
चौहान ने बताया कि आज रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 7,106 नये मरीज मिले हैं। करीब 12,345 मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। मरीजों के ठीक होने की दर आज 86.10 प्रतिशत रही है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, कोविड-19 का इलाज करवा रहे या ठीक हुए कुछ व्यक्तियों में हो रहे दुर्लभ म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस संक्रमण के उपचार के लिए कम से कम 24,000 एम्फोटेरिसिन बी-50 एमजी इंजेक्शन प्रदेश को आवंटित करने हेतु केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री से अनुरोध किया गया है।
उन्होंने कहा कि किल कोरोना अभियान के अंतर्गत घर-घर सर्वे टीम पहुंच रही है। सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीज अपने इन लक्षणों को छुपाये नहीं बल्कि बतायें, ताकि उनका समुचित इलाज किया जा सके, जिससे दवाइयों की किट उन्हें उपलब्ध कराई जा सके। इस समय मरीजों के ठीक होने की दर अधिक है।
चौहान ने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में कुल 354 कोविड-19 मरीज देखभाल केंद्र प्रारंभ किए जा चुके हैं, जिनमें हल्के लक्षण वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 21,988 बिस्तर हैं जिनमें से 3,240 बिस्तरों पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा चुकी हैं। बिस्तरों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 22,404 संस्थागत पृथक-वास केन्द्र बनाए जा चुके हैं, जिसमें 2,69,309 से अधिक बिस्तर स्थापित किए गए हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सभी कोविड-19 मरीज देखभाल केन्द्रों और संस्थागत पृथक-वास केन्द्रों में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और स्वास्थ्य निर्देशिका प्रदान किए जा रहे हैं।
चौहान ने बताया कि प्रदेश के 313 विकासखंडों में और 50,546 ग्रामों में संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया जा चुका है। शहरी क्षेत्र में 407 स्थानीय निकायों और 7,568 वार्ड में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। पोर्टल पर अपडेशन का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिलों में भाप केन्द्रों की व्यवस्था भी की गई है और 46 जिलों में 2,158 भाप केन्द्र क्रियाशील है। चौहान ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ राज्य एवं मध्यप्रदेश राज्य के बीच अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवा को 23 मई तक स्थगित रखने के आदेश जारी किए गए हैं।