इंदौर। कोरोना वायरस संक्रमण के दिनों-दिन बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुंबई में लंबे वक्त के लिए लॉकडाउन लागू होने की आशंका के चलते बड़ी तादाद में प्रवासी कामगार अपने मूल निवास स्थानों की ओर रवाना हो रहे हैं।
ये कामगार मुंबई को आगरा से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-तीन के जरिये घर लौट रहे हैं जिनमें सबसे बड़ी तादाद उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की है। यह राजमार्ग मध्यप्रदेश से होकर गुजरता है।
मेहनतकशों द्वारा मायानगरी से पलायन के इन दृश्यों ने पिछले साल की यादें ताजा कर दी हैं, जब महामारी की रोकथाम के लिए लागू पहले राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान यहां करीब 30 किलोमीटर लम्बे बायपास पर हजारों प्रवासी कामगार नजर आए थे।
चश्मदीदों के मुताबिक साल भर के अंतराल के बाद प्रवासी कामगारों की गाड़ियां बायपास रोड पर एक बार दिखाई दे रही हैं। इनमें मोटरसाइकिल से लेकर मिनी ट्रक और काले व पीले रंग के ऑटो रिक्शे शामिल हैं।
अपने ऑटो रिक्शे से मुंबई से उत्तर प्रदेश के बलिया जा रहे रामशरण सिंह (40) ने बताया कि मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण बुरी तरह बढ़ रहा है। पिछले साल की तरह इस बार भी लम्बा लॉकडाउन लग गया तो वहां हमारे लिए रोजी-रोटी का संकट हो जाएगा। इसलिए हम घर लौट रहे हैं।
मोटरसाइकिल से बिहार के भोजपुर जिले स्थित अपने घर लौट रहे मोहम्मद शादाब (25) मुंबई के एक रेस्तरां में काम करते हैं। उन्होंने बताया, मैं जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहता हूं। महामारी के हालात सुधरने पर ही मैं मुंबई लौटने के बारे में सोचूंगा। वरना बिहार में ही कोई छोटा-मोटा काम करूंगा।
प्रवासी कामगारों की गाड़ियां रविवार को इंदौर के बायपास रोड से गुजरीं, तब मध्यप्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर में महामारी के प्रकोप के कारण सप्ताहांत का लॉकडाउन लागू था। बढ़ते संक्रमण के कारण प्रदेश सरकार ने इस लॉकडाउन को 19 अप्रैल की सुबह छह बजे तक बढ़ाने का फैसला किया है।
हालांकि, यातायात पुलिस के अफसरों ने बताया कि बायपास रोड पर अंतरराज्यीय परिवहन को लेकर कोई रोक नहीं है। (भाषा)