भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसके लिए तैयारियां कर रखी हैं। कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें भी फैल रही हैं। क्या कोरोना वायरस को लेकर हर व्यक्ति को मास्क पहनना आवश्यक है? इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के सामुदायिक संचरण की आशंका का पता लगाने के लिए इन्फ्लूएंजा और निमोनिया जैसी सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों की भी जांच शुरू की है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनका कोई यात्रा इतिहास नहीं रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि वे घबराएं नहीं। मंत्रालय ने लोगों से कहा है कि वायरस का कोई सामुदायिक संचरण नहीं देखा गया है और अब तक केवल संक्रमित व्यक्ति के सपंर्क में आए लोगों में ही यह संक्रमण सामने आया है।
आईसीएमआर के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इन्फ्लूएंजा और गंभीर सांस की बीमारियों से पीड़ित रोगियों के लगभग 1,040 नमूनों को एकत्र किया गया है, जो विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से किसी का भी विदेश यात्रा का इतिहास नहीं है।