नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस वायरस को लेकर लोगों में खौफ फैला हुआ है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कोरोना को लेकर तरह-तरह की अफवाहें भी फैल रही हैं। लेकिन क्या खांसी और जुकाम और बुखार होना कोरोना संक्रमण का शिकार होना है। लोगों में कोरोना को लेकर भय फैला हुआ है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक डॉक्टर अपने मरीजों में साधारण खांसी, बुखार, जुकाम और कोरोना वायरस में फर्क बता रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो गाजियाबाद के डॉ. अंशुल वार्ष्णेय (एमडी) का है। डॉ. अंशुल अपने मरीजों को बेहद सरल तरीके से कोरोना के लक्षण और बचने का तरीका बता रहे हैं।
डॉ. अंशुल के अनुसार लोग साधारण खांसी, जुकाम और बुखार को कोरोना के लक्षण समझकर भयभीत हैं जबकि अगर आपको सूखी खांसी होती है तो इसका कारण प्रदूषण भी हो सकता है। खांसी के साथ बलगम आती है तो यह एलर्जिक कफ हो सकता है। डॉ. अंशुल के अनुसार अगर नाक बहती है, बलगम आता है और खांसी हो रही है तो फ्लू या स्वाइन फ्लू या साधारण वायरल भी हो सकता है।
डॉ. अंशुल के अनुसार सूखी खांसी, तेज बुखार, सांस फूलना, जोड़ों में दर्द कोरोना संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं, लेकिन यह भी आवश्यक नहीं है। ज्यादा उम्र के लोग, मधुमेह, कैंसर या जिन लोगों की इम्युनिटी कम है, ऐसे लोगों में कोरोना के संक्रमण का खतरा अधिक है।
लोगों में कोरोना के बाद सेनेटाइजर को लेकर भी एक हव्वा बना हुआ है। डॉ. अंशुल के अनुसार अगर सेनेटाइजर नहीं मिले तो साधारण साबुन से भी हाथ धोकर संक्रमण से बचाव हो सकता है। लोग अपने हाथ को मुंह पर रखकर छींकें या खांसें नहीं, बल्कि बाजू में रखकर छींकना या खांसना चाहिए। यह कोरोना ही नहीं, बल्कि हर बीमारी से शरीर को बचा सकता है।