खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिला अस्पताल के कोविड-19 आईसीयू वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले कक्ष में मामूली विस्फोट के बाद ऐहतियातन वहां से मरीजों को हटाना पड़ा। खरगोन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डीएस चौहान ने बताया कि कोविड आईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले कक्ष में अचानक विस्फाेट हो जाने के चलते वहां मौजूद 4 मरीजों को दूसरे आईसीयू में स्थानांतरित किया गया। कक्ष की आग को शीघ्र ही नियंत्रित कर बड़े हादसे को टाल दिया गया।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा ने बताया कि कक्ष में रखे ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑटोमेटिक कंट्रोल पैनल के माध्यम से आईसीयू समेत 3 जगह पर ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही थी। कुछ दिनों पूर्व ऑटोमेटिक कंट्रोल पैनल के एक पुर्जे के खराब होने के चलते ऑक्सीजन सिलेंडरों से वॉल्व के माध्यम से डायरेक्ट सप्लाई कर दी गई थी।
वहां उपस्थित एक अस्पताल के कर्मचारी ने बताया कि बाएं तरफ के 4 सिलेंडर खाली हो जाने के उपरांत उसने दाहिनी ओर के सिलेंडरों से ऑक्सीजन सप्लाई जैसे ही आरंभ की, वहां पर ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। इस दौरान ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एक नली भी क्षतिग्रस्त हो गई।
जिला अस्पताल की इंजीनियर सुरुचि पराते ने ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम को स्थापित करने वाले संस्थान के टेक्नीशियन के साथ मुआयना करने के उपरांत कल शाम बताया कि ऑटोमेटिक कंट्रोल पैनल पूरी तरह सुरक्षित है। 15 दिनों पूर्व इसके एक पुर्जे में खराबी हो जाने के चलते इसमें इलेक्ट्रिक सप्लाई बंद कर दी गई थी। खराब पुर्जे को कंपनी के माध्यम से नासिक भेजे जाने के उपरांत ऑक्सीजन की सप्लाई वाल्व के माध्यम से डायरेक्ट कर दी गई थी।
उन्होंने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि ऑक्सीजन में रिसाव के दौरान किसी ने इलेक्ट्रिक सप्लाई का बटन आरंभ कर दिया होगा अथवा तेल लगे हाथों से इसे छू लिया होगा, जिसके चलते ब्लास्ट हो गया।
खरगोन के अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) एसडीएम सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि घटना की जांच कराई जाएगी। (वार्ता)