सूरत। गुजरात के सूरत में एक महिला डॉक्टर पर कोराना वायरस महामारी लेकर टीका-टिप्पणी करना बहुम महंगा पड़ गया। यह दंपत्ति अपनी हरकत की वजह से हवालात में पहुंच गया है।
पुलिस ने सिविल अस्पताल की महिला डॉक्टर के साथ बदसलूकी करने के आरोप में चेतन मेहता और उसकी पत्नी भावना मेहता को गिरफ्तार किया है। इस दंपत्ति ने डॉक्टर से कहा था कि कहीं आपको कोरोना वायरस संक्रमण तो नहीं हो गया है और दोनों उन्हें गालियां भी देते हैं। पुलिस के अनुसार दंपति और डॉक्टर एक ही फ्लोर पर रहते हैं।
सूरत के सहायक पुलिस आयुक्त पीएल चौधरी ने कहा, ‘पीड़िता प्राथमिकी दर्ज करने के तैयार नहीं थी। अडाजन पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 151 के तहत उसके आवेदन का संज्ञान लिया एवं चेतन एवं भावना को गिरफ्तार किया। उन्हें कार्यकारी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा, जो अच्छे आचरण के आश्वासन के बाद उन्हें जमानत देंगे।’
डॉक्टर ने उत्पीड़न पर 2 वीडियो बनाए एवं रविवार को उन्हें सोशल मीडिया पर डाल दिया। एक में चेतन मेहता डॉक्टर को गालियां देते हुए एवं गुस्से में दरवाजे को पीटता हुआ नजर आ रहा है। दूसरे वीडियो में डॉक्टर ने कहा कि उस पर कोरोना वायरस को लेकर टीका टिप्पणी की गई।
डॉक्टर ने वीडियो में कहा, ‘दो दिन पहले चेतन मेहता ने मुझसे पूछा कि कहीं मैं वायरस से संक्रमित तो नहीं हो गई हूं क्योंकि मैं सिविल अस्पताल में काम करती हूं। फिर, रविवार को उसकी पत्नी ने झूठा दावा किया कि मेरे कुत्ते ने उस पर हमला किया। चेतन ने दूसरों के सामने मुझे गालियां दीं।’
डॉक्टर कहा, ‘मुझे इसलिए निशाना बनाया गया क्येांकि मैं सिविल अस्पताल में डॉक्टर हूं, जहां कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार होता है।’सूरत पुलिस आयुक्त आर बी ब्रह्मभट्ट ने कहा कि यदि स्वास्थ्यकर्मियों का कोरोना वायरस मरीजों की सेवा करने को लेकर उत्पीड़न किया जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। (भाषा)