देश में 7 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज, मृतक संख्या 20 हजार पार

Webdunia
मंगलवार, 7 जुलाई 2020 (11:14 IST)
नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के 22,252 नए मामले सामने आने के बाद मंगलवार को देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 7 लाख के पार पहुंच गए, वहीं 467 और लोगों की जान जाने के बाद इससे मरने वालों की संख्या 20,160 हो गई।
ALSO READ: कोरोना को लेकर नई खोज, Covid-19 दवाओं की जांच को गति दे सकती है चिप पर लगी कोशिका की झिल्ली
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि लगातार 5वें दिन देश में 20,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय द्वारा सुबह 8 बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 7,19,665 पर पहुंच गई है। इनमें से अभी तक 4,39,947 लोग ठीक हो चुके हैं और 2,59,557 लोगों का इलाज जारी है। अधिकारी ने कहा कि मरीजों के ठीक होने की दर अभी 61.13 प्रतिशत है। कोविड-19 के कुल पुष्ट मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
 
आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 467 लोगों की जान गई है, उनमें से सबसे अधिक 204 लोग महाराष्ट्र के हैं। इसके बाद तमिलनाडु के 61, दिल्ली के 48, कर्नाटक के 29, उत्तरप्रदेश के 24, पश्चिम बंगाल के 22, गुजरात के 17, तेलंगाना तथा हरियाणा के 11-11, मध्यप्रदेश के 9, आंध्रप्रदेश के 7, जम्मू-कश्मीर के 6, राजस्थान तथा पंजाब के 5-5, केरल तथा ओडिशा के 2-2 और अरुणाचल प्रदेश तथा झारखंड का 1-1 व्यक्ति है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

कोर्ट ने क्यों खारिज की विभव कुमार की जमानत याचिका, बताया कारण

अमेठी में इस बार आसान नहीं है केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राह

स्वाति मालीवाल का आरोप, सिर्फ 50 सेकंड का वीडियो रिलीज किया, CCTV फुटेज भी गायब

Lok Sabha Elections 2024 : रायबरेली में भाजपा ही करेगी राहुल गांधी की जीत आसान

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

अगला लेख