देहरादून। उत्तराखंड में 1 अप्रैल से महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, यूपी, दिल्ली और राजस्थान राज्यों से आने वालों यात्रियों को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाने पर ही प्रवेश दिया जाए। इसके लिए शीघ्र गाइडलाइन जारी की जाएगी। ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को बैठक करके दिए। कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट एवं वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाए।
हरिद्वार कुंभ स्नानों के दृष्टिगत हरिद्वार में वैक्सीनेशन और आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। हरिद्वार कुंभ एवं आगामी चारधाम यात्रा के दृष्टिगत स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। कुंभ स्नान के दृष्टिगत पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। हरिद्वार कुंभ एवं आगामी चारधाम यात्रा के दृष्टिगत स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। कुंभ स्नान के दृष्टिगत पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।
राज्य के पर्यटन स्थलों और तीर्थ क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण बढने की खबरों से राज्य सरकार चिंतित है। 1 दिन पूर्व ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर ताज होटल में कोरोना के 76 मामले सामने आने के बाद उसे सील किया गया था। कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद होटल प्रबंधन ने फिलहाल पर्यटकों की बुकिंग लेनी बंद कर दी है। सूत्रों के अनुसार सभी कोरोना संक्रमित होटल के ही कर्मचारी हैं।
गुजरात से 22 यात्री लेकर 18 मार्च के आसपास ऋषिकेश आई बस के सभी यात्री कोरोना संक्रमित मिले थे। यात्रियों के आरटी-पीसीआर सैंपल मुनि की रेती में लिए गए थे। ये सभी यात्री नीलकंठ और शीशम झाड़ी स्थित आश्रम में रुके थे। पिछले कई दिनों से कोरोना के मामलों में उत्तराखंड में इजाफा दिख रहा है।