मुंबई। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए इस बाबत दावा करने को लेकर महाराष्ट्र चिकित्सा परिषद (एमएमसी) ने मुंबई के एक डॉक्टर को नोटिस जारी किया है। इस डॉक्टर ने वायरस को चीन की सनक करार देते हुए दावा किया था कि यह भारत की गर्मी में नहीं टिक पाएगा।
एमएमसी ने मध्य मुंबई के दादर के डॉक्टर अनिल पाटिल से जवाब मांगा है कि क्या उनके पास अपने दावे की पुष्टि करने वाला कोई शोध है? एमएमसी के अध्यक्ष डॉक्टर शिवकुमार उत्तेकर ने मंगलवार को कहा कि डॉक्टर अनिल पाटिल को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि क्या वायरस को लेकर अपने दावे की पुष्टि करने वाला कोई शोध या डाटाबेस उनके पास है?
उन्होंने कहा कि पाटिल ने अपने साक्षात्कार में कई ऐसे दावे किए हैं, जो कि केंद्र सरकार की ओर से जारी परामर्श का पहली नजर में उल्लंघन करते हैं।
उत्तेकर ने कहा कि डॉक्टर पाटिल का कोरोना वायरस के प्रकोप के बारे में केंद्र और राज्य सरकारों के परामर्श के खिलाफ बोलना अस्वीकार्य है। हमने वायरस के प्रकोप और उसकी गंभीरता को नकारने के उनके विचारों पर उनसे स्पष्टीकरण देने को कहा है।
उन्होंने कहा कि पाटिल ने कथित तौर पर दावा किया था कि कोरोना वायरस से डर अनुचित है और यह वायरस यहां गर्मी के मौसम में जीवित नहीं रह पाएगा।
एमएमसी प्रमुख ने कहा कि पाटिल ने यह भी दावा किया था कि कोरोना वायरस चीन की सनक है जिसका मकसद मास्क बनाने वाली कंपनियों के लिए व्यापार के अवसर पैदा करना है, साथ ही पाटिल ने यह भी दावा किया था कि चीन में वर्ष 2002 में फैले सार्स वायरस का भी भारत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था।
उत्तेकर ने कहा कि पाटिल के दावों वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके कारण लोगों में इस वायरस को लेकर लापरवाही बढ़ सकती है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है जबकि इससे संक्रमण के 38 पुष्ट मामले सामने आए हैं।