निजामुद्दीन से जुड़े संदिग्ध मामलों की तलाश शुरू, भारत में Corona संक्रमितों की संख्या 1400 के पार

Webdunia
बुधवार, 1 अप्रैल 2020 (00:29 IST)
नई दिल्ली। प्राधिकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन (Nizamuddin) इलाके में इस महीने की शुरुआत में आयोजित हुई बड़ी धार्मिक सभा में भाग लेने वाले लोगों की मंगलवार को देशभर में तलाश शुरू कर दी क्योंकि इस जलसे की वजह से भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा मंगलवार रात तक 1400 के पार चला गया है। 
 
निजामुद्दीन इलाका देश में इस घातक वायरस का नया केंद्र बन गया है और धार्मिक सभा में शामिल हुए हजारों लोगों के कारण इस कोविड-19 के देशभर मे फैलने की आशंका पैदा हो गई है।
 
ऐसा बताया जा रहा है कि निजामुद्दीन में मध्य मार्च में आयोजित तबलीगी जमात में भाग लेने वाले हजारों लोग अपने घरों को लौट गए हैं और तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और गुजरात समेत देश के लगभग हर राज्य से इस कार्यक्रम में लोग भाग लेने आए थे। इनमें से कई राज्यों में तबलीगी जमात संबंधी कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, जम्मू-कश्मीर और बिहार समेत कई राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कई मामले दर्ज किए गए। देशभर में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,400 के पार हो गई है और कम से कम 45 लोगों की इससे मौत हो गई है।
 
लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की समेकित आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है और 1,397 लोग संक्रमित हैं। इसमें सोमवार रात से पंजाब में हुई 2 लोगों की मौत, और महाराष्ट्र में एक व्यक्ति की मौत शामिल है। इसमें निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में शामिल होने वाले 6 लोगों की तेलंगाना में हुई मौत का आंकड़ा शामिल नहीं हैं।
 
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 1,238 लोगों का कोरोना वायरस के कारण इलाज चल रहा है जबकि 123 लोगों का या तो उपचार हो गया है या उनकी अस्पताल से छुट्टी हो गई है और एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया हैं।
 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यक्रम के आयोजकों की निन्दा की और कहा कि इन लोगों ने महामारी के चलते दूसरे देशों में हजारों लोगों की मौत को देखते हुए ऐसे समय में इस तरह का धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कर बहुत ही ‘गैर जिम्मेदाराना’ काम किया है।
 
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि इस साल 1 जनवरी से देश में तबलीगी गतिविधियों के लिए 2,100 विदेशी भारत आए और उनमें से सभी ने पहले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित उसके मुख्यालय में आमद दर्ज कराई। निजामुद्दीन स्थित तबलीगी मुख्यालय से कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं।
गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि कुल 303 तबलीगी कार्यकर्ताओं में कोविड-19 के लक्षण थे और उन्हें दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है।अब तक तबलीगी जमात के 1,339 कार्यकर्ताओं को नरेला, सुल्तानपुरी और बक्करवाला पृथक केंद्रों के अलावा दिल्ली के एलएनजेपी, आरजीएसएस, जीटीबी, डीडीयू अस्पतालों के साथ ही एम्स, झज्जर (हरियाणा) भेजा गया है। बाकी लोगों की अभी कोविड-19 संक्रमण को लेकर चिकित्सा जांच की जा रही है।
 
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 21 मार्च तक उनमें से लगभग 824 देश के विभिन्न हिस्सों में चले गए, 216 निजामुद्दीन मरकज में रह रहे हैं, जिनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यामांर, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान समेत विभिन्न राष्ट्रों से लोग तबलीगी गतिविधियों के लिए आते हैं। 
 
उसने कहा कि 28 मार्च को सभी राज्यों की पुलिस से कहा गया है कि वे स्थानीय समन्वयक से सभी तबलीगी कार्यकर्ताओं के नामों की सूची तैयार करें, उनका पता लगाएं और चिकित्सा जांच के बाद उन्हें पृथक करें।
 
बयान में कहा गया, अब तक विभिन्न राज्यों में ऐसे 2,137 लोगों की पहचान हुई है। उन्हें पृथक किया गया है और उनकी जांच की जा रही है। यह प्रक्रिया अब भी चल रही है तथा ऐसे और लोगों की पहचान कर उनका पता लगाया जाएगा।
 
कर्नाटक, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम और मणिपुर समेत विभिन्न राज्य सरकारों ने कहा है कि वे इस कार्यक्रम में भाग लेने वालों का पता लगाने की कोशिश कर रहे है।
 
कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने से पहले श्रीनगर के एक कारोबारी ने निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लिया था और जम्मू कश्मीर वापस लौटने से पहले उसने हवाई, रेल और सड़क मार्ग से दिल्ली और उत्तर प्रदेश की यात्रा की थी, जिससे इस बात का डर है कि रास्ते में उससे कई और लोग संक्रमित हुए होंगे।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इस व्यक्ति के जरिए संक्रमित होने वालों में संभवत: जम्मू-कश्मीर का एक डॉक्टर भी शामिल है, जो फिलहाल जम्मू के एक अस्पताल में अपनी जिंदगी के लिए जूझ रहा है।
 
श्रीनगर के इस कारोबारी की मौत 26 मार्च को हुई थी। वह इससे ठीक 19 दिन पहले दिल्ली के लिए रवाना हुआ था। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छह लोगों की सोमवार को तेलंगाना में मौत हो गई थी।
 
अधिकारियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश में जिन 40 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, उनमें से आधे से ज्यादा लोगों का संबंध कथित रूप से तबलीगी जमात से है और उन्होंने 13-15 मार्च के बीच दिल्ली में धार्मिक आयोजन में हिस्सा लिया था।
 
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की कुल संख्या करीब 100 हो गई है जबकि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 72 नए मामले मंगलवार को सामने आए, जिसके बाद राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 302 तक पहुंच गई।
 
केरल में सात नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 215 हो गई। पश्चिम बंगाल और पंजाब समेत कई राज्यों में मौत के मामले सामने आए। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: संविधान दिवस पर खास कार्यक्रम शुरू, पीएम मोदी ने संविधान को सिर से लगाया, राष्ट्रपति करेंगी संबोधित

चंडीगढ़ में 2 क्लबों के बाहर धमाके, बाइक सवारों ने फेंके विस्फोटक

ऐसा क्या है 80 करोड़ के इस हेलीकॉप्टर में, हरियाणा सरकार ने क्यों खरीदा यह उड़न खटोला?

लंदन में "फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश" कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

अडाणी मामले में भारतीय संसद में बवाल, क्या बोला अमेरिकी विदेश मंत्रालय?

अगला लेख