वॉशिंगटन। भारतीय-अमेरिकी मूल के विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिक यानी ओसीआई कार्डधारक कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 की वजह से वैश्विक स्तर पर लगे यात्रा अंकुशों के बीच अस्थाई रूप से उनके दीर्घावधि के वीजा को अस्थाई रूप से रोकने को लेकर भारत सरकार से नाखुश हैं। इनमें काफी संख्या ओसीआई कार्डधारकों के अभिभावकों की है।
ओसीआई कार्ड भारतीय मूल के लोगों को जारी किया जाता है। ज्यादातर मामलों में उन्हें बिना वीजा यात्रा की अनुमति दी जाती है। उन्हें भारतीय नागरिकों की तरह कई अधिकार भी होते हैं। हालांकि, उन्हें वोट डालने, कृषि भूमि खरीदने, चुनाव लड़ने और सरकार में काम करने का अधिकार नहीं होता।
अन्य देशों की तुलना में अमेरिका में भारतीय राजनयिक मिशन सबसे अधिक संख्या में ओसीआई कार्ड जारी करते हैं। उदाहरण के लिए अमेरिका में भारतीय मिशन ने 2019 में 90,000 ओसीआई कार्ड जारी किए। वैश्विक स्तर पर ओसीआई कार्डधारकों की संख्या 60 लाख है।
भारत सरकार द्वारा पिछले महीने जारी नियमनों के अनुसार विदेशी नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों वीजा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा अंकुशों की वजह से स्थगित किया जा रहा है। इन नियमनों को पिछले सप्ताह अपडेट किया गया।
कुछ मामलों में ओसीआई कार्डधारक नाबालिगों की वजह से उनके भारतीय नागरिक अभिभावकों को परेशानी हो रही है। ऐसे ही एक व्यक्ति फैजल सतार ने ट्वीट किया कि कम से कम नवजात बच्चा जिसके पास ओसीआई कार्ड है उसे तो अपने माता-पिता के साथ भारत जाने की अनुमति दी जाए।
सतार ने लिखा है कि अमेरिका में भारतीय अभिभावकों का वीजा समाप्त होने जा रहा है लेकिन ओसीआई कार्ड के साथ अमेरिकी नागरिक बच्चे की वजह से उन्हें भारत सरकार द्वारा भेजी गई उड़ानों का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं मिल रही।
इसी तरह अनीता वेंकायला ने कहा कि उनकी पुत्री के पास ओसीआई कार्ड है और वह घर वापस आने का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि ओसीआई की वजह से सरकार हमारे साथ भेदभाव नहीं करे। हमें हमारी पुत्री को वापस लाने में मदद की जाए। कुछ अन्य ओसीआई कार्डधारकों ने भी इसी तरह के ट्वीट किए हैं।(भाषा)