नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन गैस की कमी के कारण 20 गंभीर मरीजों की मौत हो गई।
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक ने कहा कि करीब आधे घंटे की ऑक्सीजन बची है। अस्पताल में 200 मरीज हैं जिनमें से 80 प्रतिशत ऑक्सीजन पर हैं तथा 35 आईसीयू में हैं।
कई घंटों की देरी के बाद अस्पताल को ऑक्सीजन की अंतिम रिफिल मध्यरात्रि में प्राप्त हुई थी। सरकार से किसी तरह की मदद मिली है, यह पूछे जाने पर चिकित्सा निदेशक ने कहा कि किसी ने भी कोई वादा नहीं किया है। हर कोई कह रहा है कि हम भरसक कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच महाराजा अग्रसेन अस्पताल गंभीर रूप से बीमार कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचा। हाईकोर्ट ने कहा कि अगर कोई ऑक्सीजन की आपूर्ति रोकता है तो हम उसे नहीं बख्शेंगे।
दिल्ली के तुगलकाबाद इंस्टीट्यूशनल एरिया में स्थित बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने के कुछ ही मिनट के भीतर दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की आपात आपूर्ति की।
अस्पताल के कार्यकारी निदेशक सुधांशु वैंकट ने बताया कि अस्पताल में सुबह करीब नौ बजे ऑक्सीजन खत्म हो गई थी। अभी-अभी, दिल्ली सरकार की ओर से हमारे यहां ऑक्सीजन की आपात आपूर्ति की गई है। यह करीब डेढ़ घंटे तक चलेगी। हमारे यहां का आपूर्तिकर्ता फोन का जवाब नहीं दे रहा है। अस्पताल में करीब 350 मरीज भर्ती हैं जिनमें से 265 कोरोना वायरस से पीड़ित हैं तथा 30 मरीज आईसीयू में हैं।
इससे पहले दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में शुक्रवार को 20 मरीजों की मौत हो गई थी, हालांकि यहां के अस्पताल प्रबंधन ने इन मौतों का कारण ऑक्सीजन की कमी होने से इंकार किया है।