वाशिंगटन। फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन 65 और उससे अधिक उम्र के लोगों को अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में 94 प्रतिशत कारगर साबित हुई है।
सीडीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वैक्सीन की प्रभावशीलता पूर्ण रूप से टीकाकरण करा चुके वयस्कों में 94 प्रतिशत है और आंशिक रूप से टीका लगाए लोगों में यह 64 प्रतिशत है।
सीडीसी ने यह रिपोर्ट कम से कम 65 वर्षीय 417 रोगियों पर अध्ययन करके तैयार की है, जो 2021 के पहले तीन महीनों के दौरान अस्पताल में भर्ती हुए थे।
भारत में भी जल्द मिल सकती है फाइजर और मॉडर्ना को अनुमति : भारत में कोवैक्सीन और कोविशील्ड के टीके लगाए जा रहे हैं। रूस की वैक्सीन स्पूतनिक वी को भी इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है। कहा जा रहा है कि फाइजर को भारत में इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल सकती है। साथ जल्द ही मॉडर्ना की वैक्सीन भी भारत को मिल सकेगी। (इनपुट : वार्ता)