नई दिल्ली। Lockdown 2021 : पूरे देश में फिर से बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। खबरों के मुताबिक यह बैठक 8 अप्रैल को हो सकती है। खबरों के मुताबिक केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक के लिए कड़े फैसले ले सकती है।
कई राज्य पहले से ही लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगा चुके हैं। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र ने सोमवार से कई पाबंदियां लागू की हैं जिनमें नाइट कर्फ्यू से लेकर वीकेंड लॉकडाउन तक शामिल है। इसे देखते हुए बैठक में राज्यों से आए सुझाव के आधार पर कोरोना को फिर बढ़ने से रोकने की रणनीति बनेगी। यह वचुर्अल बैठक होगी।कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच लोगों की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। इस बात के कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं देशवासियों फिर से लॉकडाउन जैसे बड़े फैसले का सामना न करना पड़े।
देश में पिछले एक हफ्ते से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोविड-19 के 1,03,558 नए मामलों में से 81.90 प्रतिशत महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश और पंजाब से हैं, जहां संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतारी दर्ज की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों की वर्चुअल बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री का यह संवाद गुरुवार शाम साढ़े छ: बजे निर्धारित है। इस दौरान मुख्यमंत्रियों से कोरोना के प्रभावी प्रबंधन और वैक्सीनेशन पर भी चर्चा होगी।
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। इससे पहले उन्होंने 17 मार्च को भी एक बैठक की थी। प्रधानमंत्री इससे पहले भी कोरोना काल में कई बार मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉफ्रेंसिंग से चर्चा कर कोरोना महामारी की रोकथाम की रणनीति बना चुके हैं।
ताजा मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर प्रधानमंत्री रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की थी और इसमें उन्होंने कहा था कि कोविड-19 के ताजा संक्रमण के दौर से निपटने के लिए राज्यों को कड़े और व्यापक कदम उठाने होंगे।
मुख्यमंत्रियों संग प्रधानमंत्री की बैठक के पहले मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक कर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी की समीक्षा करेंगे। इन 11 राज्यों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान हैं।
केंद्र ने भेजी 50 टीमें : कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के चलते केंद्र ने 50 उच्चस्तरीय जन-स्वास्थ्य टीम गठित की हैं और इन्हें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ तथा पंजाब के 50 जिलों में तैनात किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इन टीमों को कोविड-19 संबंधी निगरानी, नियंत्रण एवं निषेध कदमों के तहत राज्य स्वास्थ्य विभाग तथा स्थानीय अधिकारियों की मदद करने के लिए महाराष्ट्र के 30 जिलों, छत्तीसगढ़ के 11 जिलों और पंजाब के 9 जिलों में भेजा जा रहा है।
दो सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति में एक निदानविद/महामारी विशेषज्ञ और एक जन-स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा कि ये टीम राज्यों का तत्काल दौरा करेंगी और समूचे कोविड-19 प्रबंधन क्रियान्वयन की निगरानी करेंगी।
केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि उच्चस्तरीय टीम इन तीनों राज्यों में नोडल अधिकारियों को रिपोर्ट करेंगी और उनके साथ समन्वय रखेंगी। ये टीम जांच, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने, अस्पताल अवसंरचना, कोविड रोकथाम संबंधी व्यवहार और टीकाकरण सहित पांच पहलुओं पर रोजाना रिपोर्ट सौंपेंगी। (इनपुट भाषा)