नई दिल्ली। कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से एक जन आंदोलन का आगाज करेंगे। सोशल मीडिया पर शुरू होने वाले इस अभियान में नवरात्र, दुर्गापूजा, छठ पूजा, क्रिसमस और सर्दियों में कोरोना से बचाव कैसे करें इस पर फोकस रहेगा।
अक्टूबर से दिसंबर तक त्योहारी मौसम है। त्योहारों पर धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में बड़े पैमाने पर लोग एकत्र होते हैं। ऐसे में अभियान का उद्देश्य कोरोना प्रोटोकाल के बारे में लोगों को सचेत करना है।
यही वजह है इसके लिए लोगों से अपने स्तर से भागेदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया जाएगा। जिसमें मास्क
पहनना, शारीरिक दूरी का पालन करना स्वच्छता बनाए रखने में सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देना आदि शामिल है।
इस अभियान के तहत लोगों को यह समझाया जाएगा कि कोरोना काल में डरने की नहीं, सावधानी की आवश्यकता है। दवा और वैक्सीन के बिना मास्क, दो गज की सुरक्षित दूरी, हाथ धोना ही सुरक्षा कवच है।
सरकारी परिसरों में होर्डिंग्स, वॉल पेंटिंग, इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड के जरिए कोरोना के खिलाफ जागरुकता अभियान किया जाएगा। जागरुकता अभियान के संदेश को घर तक पहुंचाने के लिए स्थानीय और राष्ट्रीय प्रभावशाली व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा।
कोविड-19 को केवल जन आंदोलन की मदद से हराया जा सकता है : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कोरोनो वायरस संक्रमण के प्रसार की जांच के लिए जागरूकता अभियान शुरू करने के केंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इसके सिर्फ जन आंदोलन की मदद से हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही यह मुहिम छोड़ रखी है और वह सफलतापूर्वक चल रही है।