मुंबई। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 का पता लगाने के लिए नाक और गले से नमूने लेने के वास्ते उपयोग में आने वाली स्वैब स्टिक के आपूर्तिकर्ता के खिलाफ महाराष्ट्र में मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले एक वीडियो सामना आया था जिसमें दिख रहा है कि ठाणे जिले के एक स्लम इलाके में स्वैब स्टिक को अस्वच्छ तरीके से पैक किया जा रहा है।
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि इस सप्ताह के शुरू में सोशल मीडिया पर एक वीडियो आया था जिसमें उल्लासनगर के संत ज्ञानेश्वर नगर के स्लम में स्वैब स्टिक को पैक किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इसके बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए), स्थानीय नगर निकाय और पुलिस ने स्लम का मुआयना किया और बुधवार को कुछ घरों से स्वैब स्टिक के पैकेट बरामद किए।
अधिकारी ने बताया कि कोरोनावायरस की जांच करने के वास्ते नमूने लेने के लिए इस्तेमाल होने वाली स्वैब स्टिक के आपूर्तिकर्ता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया। उसने घरों के लोगों को स्वैब स्टिक पैक करने का काम दिया था।
उन्होंने कहा कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। उसने कहा कि वीडियो में दिख रहा है कि महिलाएं और बच्चे बिना मास्क और दस्ताने पहने स्वैब स्टिक को पैक कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि महिलाओं को 1000 स्वैब स्टिक प्लास्टिक के पैकेट में पैक करने के लिए 20 रुपए मिलते हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है।(भाषा)