नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भले ही कमी आ रही हो, लेकिन सरकार की ओर से अब 18 साल से 59 साल तक के लोगों के लिए रविवार से कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने का फैसला लिया गया है। टीके की दूसरी खुराक लगवाने के 9 महीने बाद ही तीसरी खुराक लिए पात्र होंगे। यह सुविधा सभी निजी टीकाकरण केंद्रों में होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों से बातचीत की है। उन्होंने इस दौरान कई अहम निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से कहा है कि कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के दौरान निजी टीकाकरण केंद्र 150 रुपए से अधिक फीस नहीं वसूल पाएंगे। यह 150 रुपए की अधिकतम फीस कोरोना वैक्सीन के दाम से अलग होगी।
स्वास्थ्व सचिव ने कहा कि एहतियाती डोज भी उसी टीके का लगेगा जिसका इस्तेमाल पहली और दूसरी खुराक के प्रशासन के लिए किया गया है। एहतियाती खुराक के लिए किसी नए पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि सभी देय लाभार्थी पहले से ही CoWIN पर पंजीकृत हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 अप्रैल से निजी टीकाकरण केंद्रों में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक उपलब्ध कराए जाने की घोषणा की है।
सीरम इंस्टीट्यूट (SSI) के मुताबिक बूस्टर डोज के लिए पात्र लोगों को 600 रुपए का भुगतान करना होगा। अस्पतालों को यह वैक्सीन रियायती दरों पर उपलब्ध करवाई जाएगी।