नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के उपचार को 'आयुष्मान भारत' स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कवर किया जाए और इस जानलेवा बीमारी के मरीजों के लिए जरूरी इंजेक्शन मुफ्त उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह सवाल भी किया कि अब ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या आधिकारिक रूप से क्यों नहीं बताई जा रही है?
प्रधानमंत्री से की गई एक अपील में उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाला लाइपोसोमाल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। अभी दिल्ली में सेना के 2 अस्पतालों में भर्ती सैनिकों को ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इस इंजेक्शन की कमी की खबर आई थी।
प्रियंका ने कहा कि समय की मांग है कि इस संबंध में आप त्वरित निर्णय लें जिससे लोगों की जान बचाई जा सके। उन्होंने दावा किया कि इस बीमारी को लेकर केंद्र सरकार का रवैया इसकी गंभीरता के अनुरूप नहीं रहा है। मरीजों की संख्या के हिसाब से राज्यों को उपलब्ध कराए गए इंजेक्शन की संख्या बेहद कम है। कांग्रेस महासचिव के मुताबिक कि देशभर में 22 मई तक इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या 8,848 बताई गई थी। इसके बाद 25 मई को मरीजों की संख्या बढ़कर 11,717 हो गई। सिर्फ 3 दिन में ही 2,869 मरीज बढ़ गए। ब्लैक फंगस जैसी बीमारी को लेकर लापरवाही नहीं की जा सकती।
उन्होंने यह भी कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज में इंजेक्शन पर ही लाखों रुपयों का खर्च आ रहा है। यह इंजेक्शन अभी आयुष्मान योजना के तहत भी कवर नहीं हो रहा है। मेरा आपसे आग्रह है कि इस बीमारी के इलाज को आयुष्मान योजना के दायरे में लाया जाए या इसके इंजेक्शन की आपूर्ति मरीजों को नि:शुल्क कराई जाए। प्रियंका ने सवाल किया कि क्या कारण है कि 25 मई के बाद से केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या नहीं बताई है? जब कोरोना मरीजों की संख्या बताई जा रही है तो ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या क्यों नहीं बताई जा रही है? (भाषा)