भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्वीट कर कहा, 'होलिका दहन रोकना अनुचित !!! इंदौर के जिला प्रशासन ने होली दहन नहीं करने के आदेश दिए हैं। ये बेहद आपत्तिजनक फैसला है। मेरा आग्रह है कि प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार करे। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी।
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इंदौर क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में होली पर सख्ती और लॉकडाउन लगाने जैसे निर्णय की आलोचना। उन्होंने फैसले का विरोध करते हुए कहा कि होली जलाएंगे भी और मनाएंगे भी, प्रशासन में ताकत हो तो रोक के बताए।
शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार अब तक गरीब विरोधी थी लेकिन अब हिन्दू विरोधी भी हो चुकी हैं। कोरोना की आड़ में रंगों के त्योहार पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। होली दहन पर हमारी माता-बहनें होलिका की पूजा करती है। समाज और परिवार के लोग मृतक के घर रंग डालने जाते हैं। आखिर भाजपा सरकार इतनी अमानवीय क्यों हो रही है?
उन्होंने सवाल उठाया कि देश में विभिन्न राज्यो में चुनाव चल रहे हैं और लाखों लोगों की रैलियां की जा रही है। उस पर प्रतिबंध क्यों नहीं? कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के इस हिन्दू विरोधी निर्णय का विरोध करती है।
भाजपा नेता उमेश शर्मा ने भी इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि होलिकादहन तो होगा। मैं क्राईसेस मैनेजमेंट कमेटी के निर्णय से असहमति व्यक्त करता हूं। मेरे मोहल्ले में कोविड नियम पालन के साथ ही पर्व पूजन होगा। जिलाधीशजी आपका प्रकरण, डीआईजी आपका डंडा शिरोधार्य। मेरे भाई के निधन पश्चात धुलेंडी पर सीमित सीमा म़े परिवार में रंग डालने स्वजन भी आऐंगे।
इस मामले में राजनीति उस समय गरमा गई जब कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला और विशाल पटेल छावनी स्थित उमेश शर्मा के कार्यालय पहुंचे।
कलेक्टर के आदेश से विहिप, बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच समेत कई संगठन खासे नाराज हैं। इस संगठनों से जुड़े प्रमुख पदाधिकारी आज शाम 3 बजे रेसीडेंसी कोठी पर कलेक्टर से मिलने पहुचेंगे। इस दौरान होलिका दहन, शोक का रंग डालने ओर शीतला माता पूजन आदि के विषयों पर चर्चा होगी।