भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के 6 पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद सरकार और प्रशासन हरकत में आ गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर भोपाल सहित 33 जिलों को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है। भोपाल में रविवार को 1 दिन में 1 कोरोना पॉजिटिव और कई संदिग्ध मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने 31 मार्च तक जिले में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है।
लॉकडाउन के बाद शहर के क्या हालात हैं, इसका जायजा लेने के लिए 'वेबदुनिया' प्रतिनिधि ने शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। इस दौरान पूरे शहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखा।
आमतौर पर इस समय लोगों से गुलजार हो जाने वाले शहर के प्रमुख इलाके न्यू मार्केट की सड़कें सूनी दिखाई दीं। लॉकडाउन के दौरान शहर के पेट्रोल पंप खुले दिखाई दिखाई दिए लेकिन उन पर इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई दिए। लॉकडाउन के दौरान शहर के प्रमुख बाजार और दुकानें पूरी तरह बंद दिखाई दीं।
प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान मेडिकल की दुकानों को खोलने की अनुमति तो दी है लेकिन इस दौरान मेडिकल दुकान संचालक अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए दिखाई दिए। शहर के कटारा हिल्स इलाके में दवा की दुकान के बाहर प्लास्टिक की रस्सी और बेरिकेड्स लगाकार लोगों को दुकान में एंट्री से बाहर ही रोका जा रहा है।
'वेबदुनिया' प्रतिनिधि ने जब इसको लेकर दुकान संचालक से बात की तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जिस तरह कोरोना को लेकर मामले सामने आ रहे है, उसके बाद उन्होंने खुद अपनी और स्टॉफ की सुरक्षा को लेकर यह कदम उठाया गया है। भोपाल में लॉकडाउन के पहले दिन सुबह सुबह सांची दूध पार्लर और सब्जी की दुकानों पर काफी भीड़ दिखाई दी।
'वेबदुनिया' प्रतिनिधि ने जब इन लोगों से बात की तो उनकी बातों में एक डर-सा दिखाई दिया कि आगे स्थिति और बिगड़ सकती है। वहीं लॉकडाउन के पहले दिन पूरे शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दिए। इसके साथ ही कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए नगर निगम का अमला भी पूरी तरह सक्रिय दिखाई दिया।