नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि कोरोना वायरस के जो मरीज सामने आ रहे हैं, उनमें 80 प्रतिशत में सर्दी, जुकाम बुखार के होते हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने रविवार को प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि कोरोना से संक्रमित होने पर 80 प्रतिशत मामलों में हल्की ठंड व बुखार होता है। केवल 20 प्रतिशत को ही खांसी, सर्दी, जुकाम, तेज बुखार आता है। इनमें से भी कुछ को ही अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अब तक 341 मामले सामने आए हैं, जिनमें बढ़ोतरी होगी। सरकार ने 1200 नए वेंटिलेटर की खरीद का ऑर्डर दिया है।
भार्गव ने प्रेस कॉन्फेंस में बताया कि कोरोना वायरस हवा में मौजूद नहीं है। यह एक व्यक्ति से दूसरे में संक्रमित होता है। वर्तमान हालातों को देखते हुए संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए जरूरी है कि हम बाहरी लोगों से दूर रहें।
भार्गव ने कहा कि हमने राज्यों से अनुरोध किया है कि वे ऐसे अस्पतालों को चिह्नित करें, जहां सिर्फ कोरोना वायरस के मरीजों का ही इलाज किया जाए।
भार्गव ने बताया कि अब तक 60 निजी लैब ने कोरोना वायरस की जांच के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। देश में रोजाना अब तक 15 से 17 हजार टेस्ट किए गए हैं। हमारे पास प्रतिदिन 10 हजार टेस्ट करने की क्षमता है। हम हर सप्ताह 50 से 70 हजार टेस्ट कर सकते हैं।