Coronavirus के स्वरूपों को पहचान सकती हैं प्रतिरक्षा प्रणाली की टी कोशिकाएं, अध्‍ययन से हुआ खुलासा...

Webdunia
बुधवार, 31 मार्च 2021 (16:56 IST)
वॉशिंगटन। नए अध्ययन से पता चला है कि जो लोग कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए स्वरूप आने से पहले कोविड-19 महामारी की चपेट में आने के बाद ठीक हो चुके हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता की टी कोशिकाएं विषाणु के ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में मिले स्वरूपों को अब भी पहचान सकती हैं।

पत्रिका ‘ओपन फोरम इन्फेक्शियस डिज़ीज़’ में प्रकाशित अध्ययन के परिणाम में वैज्ञानिकों ने ऐसे 30 लोगों के नमूनों का विश्लेषण किया जो कोरोनावायरस के नए स्वरूप सामने आने से पहले कोविड-19 से उबर चुके थे।

वैज्ञानिकों को इस विश्लेषण में पता चला कि जो लोग कोरोनावायरस के नए स्वरूप आने से पहले कोविड-19 महामारी की चपेट में आने के बाद ठीक हो चुके हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता की टी कोशिकाएं विषाणु के ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में मिले स्वरूपों को अब भी पहचान सकती हैं।

अध्ययन में अमेरिका के हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे।
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि अध्ययन के परिणामों पर ठोस मुहर के लिए आगे और अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है, जिसमें ज्यादा लोग शामिल हों।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold : सोना होने वाला है सस्ता, जानिए किन कारणों से गिर सकते हैं दाम

ईदगाह और हामिद का चिमटा... Waqf की बहस में क्यों हुआ प्रेमचंद की इस कहानी का जिक्र?

बला की खूबसूरत हैं थाईलैंड की 38 साल की प्रधानमंत्री, PM मोदी के साथ सोशल मीडिया पर फोटो वायरल

EPFO क्लेम प्रोसेस को सरकार ने बनाया और भी आसान, इन परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

क्या बदलेगा वक्फ कानून को लेकर, 8 पॉइंट्‍स से समझिए

सभी देखें

नवीनतम

सरकार ने जब सारी संपत्ति बेच ली फिर उसकी नजर वक्फ पर पड़ी : रामगोपाल यादव

इजराइल के एयर स्ट्राइक में गाजा में 27 लोग मारे गए, 70 से अधिक अन्य घायल

वैश्विक व्यवस्था में हो रही उथल-पुथल, हर क्षेत्र को खुद पर ध्यान देना होगा : जयशंकर

जद (यू) नेता ने वक्फ विधेयक पर पार्टी के रुख को लेकर इस्तीफा दिया

क्या प्रमुख मंदिरों का प्रबंधन करने वाले न्यासों में गैर हिंदुओं को जगह मिलेगी : इम्तियाज जलील

अगला लेख