हैदराबाद। आनुवंशिकी, प्रतिरक्षा और जीवनशैली कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के प्रति संवेदनशीलता के लिए जिम्मेदार कारकों में शामिल हैं। वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने शुक्रवार को एक विश्लेषण में यह कहा।
सीसीएमबी ने कहा कि यह अध्ययन डॉ. कुमारसामी तंगराज, निदेशक, सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स और मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) और प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी के निर्देशन में किया गया।
सीसीएमबी निदेशक विनय नंदीकूरी ने कहा कि बढ़ते आंकड़ों के साथ, यह बिल्कुल स्पष्ट होता जा रहा है कि आनुवांशिकी, प्रतिरक्षा और जीवनशैली सहित कई कारक हैं, जो कोविड-19 के प्रति संवेदनशीलता के लिए जिम्मेदार होते हैं।
जनसंख्या अध्ययन में सीसीएमबी की विशेषज्ञता कोविड-19 महामारी के इन विवरणों को समझने में उपयोगी साबित हो रही है। पहले के एक अध्ययन से यह बात सामने आई थी कि कोविड-19 के गंभीर संक्रमण से जुड़ा एक विशिष्ट डीएनए खंड 16 प्रतिशत यूरोपीय लोगों की तुलना में 50 प्रतिशत दक्षिण एशियाई लोगों में पाया गया था।
हालांकि अध्ययन में यह निष्कर्ष निकला कि यूरोपीय लोगों के बीच कोविड-19 की गंभीर स्थिति के लिए जिम्मेदार आनुवंशिक प्रकार दक्षिण एशियाई लोगों के बीच कोरोनावायरस की संवेदनशीलता में भूमिका नहीं निभा सकता।(भाषा)