दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केरल में कोरोना कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के किसी नए वैरिएंट की आशंका से इंकार किया है। मंत्रालय ने कहा कि केरल में कोरोना संक्रमण के 88 से 90 फीसदी मामले डेल्टा वैरिएंट के हैं, लेकिन यहां कोई नया वैरिएंट नहीं पाया गया है।
मंत्रालय ने उन खबरों को गलत और निराधार बताया है जिनमें केरल में नए वैरिएंट से संबंधित आशंकाओं का जिक्र किया गया था। दरअसल इससे पहले खबर आई थी कि केरल में कोविड-19 संक्रमण के 40000 से ज्यादा ब्रेकथ्रू मामले दर्ज किए गए हैं।
ऐसा भी माना जा रहा था कि हॉटस्पॉट बने इस राज्य में ये नए वैरिएंट की दस्तक हो सकती है या फिर डेल्टा वैरिएंट में म्यूटेशन हो सकता है। मंत्रालय ने कहा कि केरल में कोरोना संक्रमण के 88 से 90 फीसदी मामले डेल्टा वैरिएंट के हैं, लेकिन यहां कोई नया वैरिएंट नहीं पाया गया है। यहां बुधवार को कोविड-19 के 23500 नए मामले दर्ज किए गए।
केरल के आठ जिलों का दौरा कर चुकी 6 सदस्यीय एक केंद्रीय टीम ने कहा है कि एक अगस्त से 20 अगस्त तक राज्य में कोविड-19 के करीब 4.6 लाख मामले सामने आ सकते हैं।
केंद्रीय टीम का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ. सुजीत सिंह ने मंगलवार को बताया था कि राज्य सरकार हालात का जायजा लेकर वैक्सीन के दोनों डोज के बीच की समयवाधि पर फैसला कर सकती है।