योगी आदित्यनाथ बोले, तेज गति से जांच कोविड 19 के संक्रमण की कड़ी तोड़ने में महत्वपूर्ण

Webdunia
शनिवार, 27 जून 2020 (15:38 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोविड-19 के लिए प्रतिदिन 20 हजार नमूनों की जांच क्षमता अर्जित करने पर संतोष व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि तेज गति से जांच करना कोविड 19 के संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
 
योगी ने जांच में लगातार वृद्धि के निर्देश देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा नमूने संग्रहीत करते हुए तेज गति से की गई जांच कोविड-19 के संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
ALSO READ: महाराष्ट्र : सरकारी आवास में रह सकेंगे कोविड-19 से मरने वाले पुलिसकर्मियों के परिजन
मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्पडेस्क स्थापित कराए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अनलॉक व्यवस्था में पूरी सावधानी बरतते हुए औद्योगिक, वाणिज्यिक एवं अन्य कारोबारी गतिविधियों का संचालन जरूरी है। इसके दृष्टिगत औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्पडेस्क की स्थापना इन इकाइयों में कार्यरत लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
 
उन्होंने कहा कि उद्योग में यह भी सुनिश्चित हो कि जहां 5 अथवा उससे अधिक व्यक्ति कार्यरत हैं, वहां मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। इसके अलावा सामाजिक दूरी के नियम का भी पालन कड़ाई से कराया जाए। उद्योग क्षेत्र में संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की नियमित निगरानी की जाए।
 
योगी ने ऐसे समस्त स्थानों पर कोविड हेल्पडेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हों। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि सभी जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड हेल्पडेस्क की स्थापना हो गई है।
 
उन्होंने मेरठ मंडल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि यहां कोविड-19 की चेन को तोड़ने के लिए निगरानी कार्यों में तेजी लाते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। मेरठ मंडल में 1 से 7 जुलाई, 2020 की अवधि में एक विशेष कार्यक्रम संचालित किया जाए। ग्राम पंचायत तथा वार्ड स्तर पर संचालित होने वाले इस विशेष कार्यक्रम के तहत घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए मेडिकल स्क्रीनिंग टीम को इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराया जाए। मेडिकल स्क्रीनिंग में लक्षणों के आधार पर संदिग्ध पाए जाने वाले लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जाए। संक्रमित होने की दशा में ऐसे व्यक्तियों को उपचार के लिए कोविड चिकित्सालय में भर्ती किया जाए। योगी ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन के कार्य को निरं‍तर संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण का कार्यक्रम तेजी से चलाया जाए। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख