कहा जाता है महिला क्रिकेट खिलाड़ी और पुरुष क्रिकेट के खिलाड़ी की फिटनेस में जमीन आसमान का अंतर होता है। अगर दोनों का ही प्रदर्शन ठीक है तो पुरुष क्रिकेट खिलाड़ी का औसत करियर 15 साल तक चलता है और महिला क्रिकेट खिलाड़ी का 10 साल। लेकिन मिताली राज ने इस आंकड़े को गलत साबित कर दिया है।
26 जून को आयरलैंड के खिलाफ जब मिताली राज ने अपना पहला वनडे मैच खेला तो उनको अंदाजा भी नहीं हुआ होगा कि आगे चलकर वह सचिन तेंदुलकर, सनथ जयसूर्या और जावेद मियांदाद के रिकॉर्ड तोड़ने वाली है।
लगभग 23 साल पहले वनडे क्रिकेट का सफर शुरु करने वाली मिताली ने कभी फिटनेस को समस्या बनने ही नहीं दिया। यही कारण है कि वह अब भी वनडे टीम का हिस्सा है। मिताली का वनडे करियर 22 साल 347 दिन तक का रहा है। वह भले ही नाम से लेडी सचिन के नाम से जानी जाती हो लेकिन उनका करियर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से भी लंबा चला। सचिन तेंदुलकर का वनडे करियर 22 साल, 91 दिन का रहा है।
मिताली दो बड़े पुरुष क्रिकेटरों से पिछले साल आगे थी , उनका नाम है सनथ जयसूर्या जिनका वनडे करियर 21 साल 184 दिन का रहा है और जावेद मिंयादाद जिनका वनडे करियर 20 साल 272 दिन रहा है।
इतना लंबा क्रिकेट करियर होने के कारण ही मिताली महिला वनडे क्रिकेट में शीर्ष रन स्कोरर हैं। मिताली ने 50 की औसत से 7805 वनडे रन बनाए हैं। वह इकलौती ऐसी महिला बल्लेबाज हैं जिन्होंने 7000 से ज्यादा वनडे रन बनाए हैं । वनडे क्रिकेट में वह अब तक 7 शतक और 64 अर्धशतक लगा चुकी हैं।
यही नहीं विश्व महिला क्रिकेट में मिताली राज सबसे ज्यादा वनडे मैच खेल चुकी हैं। उनके 232 वनडे मैचों के पास फिलहाल भारतीय महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ही हैं जिन्होंने 201 वनडे मैच खेले हैं।