लंदन। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सह कोच रिकी पोंटिंग इस वक्त सदमे में हैं। सदमे की वजह टीम के आखिरी ग्रुप मैच में हार और खिलाड़ियों की चोटें हैं। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि इस वजह से ऑस्ट्रेलिया को 11 जुलाई को इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को अपने आखिरी ग्रुप मैच में दक्षिण अफ्रीका के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी, जिस कारण से वह तालिका में फिसलकर दूसरे नंबर पर आ गई थी और भारतीय टीम शीर्ष पर पहुंच गई।
वहीं टीम के खिलाड़ियों उस्मान ख्वाजा को हैमस्ट्रिंग और मार्कस स्टोइनिस को बगल में चोट लग गई जिससे उनकी जगह अब टीम में मैथ्यू वेड और मिशेल मार्श को ऑस्ट्रेलियाई दौरे से चोटिल खिलाड़ियों के कवर के तौर पर बुलाया गया है।
शॉन मार्श नेट सत्र में चोटिल होकर पहले ही टीम से बाहर हो चुके हैं। गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को गुरुवार को मेज़बान इंग्लैंड से दूसरे सेमीफाइनल में भिड़ना है और इससे पहले खिलाड़ियों की चोटों ने उसकी सिरदर्दी बढ़ा दी है।
टीम के सह कोच पोंटिंग ने मौजूदा स्थिति पर निराशा जताते हुए कहा, विश्वकप में ऐसा होना नई बात नहीं है, लेकिन सेमीफाइनल से ठीक पहले आखिरी ग्रुप मैच में यह होना अलग है। यदि सच कहें तो यह अच्छी स्थिति नहीं है खासकर आप इतने बदलावों के साथ विश्व कप के सेमीफाइनल में नहीं उतरना चाहते।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, यह कोचों पर निर्भर करता है कि वह आने वाले नए खिलाड़ियों के लिए स्थिति आसान बनाएं, मौजूदा स्थिति में पूरा ध्यान खिलाड़ियों को खुलकर खेलने पर लगा है हालांकि पोंटिंग ने माना कि ऑस्ट्रेलिया अभी तक टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीमों में रही है।
उन्होंने कहा, हमने टूर्नामेंट में इंग्लैंड को हराया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि टूर्नामेंट में हम अलग टीम की तरह खेले हैं। आखिरी ग्रुप मैच हारना आदर्श स्थिति तो नहीं है लेकिन हम सेमीफाइनल में खेल रहे हैं। हमारे लिए यह गलतियां सुधारने का मौका हो सकता है और नए सिरे से हम नई शुरुआत करेंगे। हमें इससे और बेहतर बनने में मदद मिल सकती है।
पोंटिंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के लिए अब सेमीफाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना जरूरी होगा। उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया की प्राथमिकता टूर्नामेंट के शुरुआत में ज्यादा बेहतर करना था। हमने इस बारे में बात की थी और अच्छा क्रिकेट खेल रहे थे। अभी तक हमने टूर्नामेंट में काफी अच्छा खेला है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हमने वैसा नहीं खेला।
सह कोच ने माना कि टीम के लिए विश्व कप सेमीफाइनल में पूरी एकाग्रता से खेलना जरूरी है। उन्होंने कहा, हमें अब पूरा ध्यान लगाकर खेलना होगा। हमारे खिलाड़ियों पर यह निर्भर है कि वे इंग्लैंड को हराने के लिए किस हद तक जाएंगे और कैसा खेलेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के सफल कप्तानों में रहे और तीन बार विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहे पोंटिंग ने कहा,वर्ष 2003 में शेन वार्न बिना खेले बाहर हो गए थे, जबकि जेसन गिलेस्पी केवल एक मैच खेलकर बाहर हो गए।
माइकल बेवन चोट के साथ उतरे और डैरेन लेहमैन निलंबित हो गए। ऐसा काफी कुछ पहले भी हुआ है। वहीं 2007 में एंड्रयू साइमंड टूर्नामेंट के पहले हॉफ में नहीं खेल पाए थे, लेकिन हमें इन सबसे उबरकर खेलना होगा।