कार्डिफ। अंक तालिका में निचले पायदान पर चल रही दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान की टीमें आईसीसी विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट में शनिवार को अपनी भिड़ंत में पहली जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेंगी।
दक्षिण अफ्रीका ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अफगानिस्तान से कोई मुकाबला नहीं खेला है और यह दोनों टीमों के बीच पहली भिड़ंत होगी। यह दिलचस्प है कि दोनों के बीच पहली भिड़ंत का मौका विश्व कप में आया है, जहां दक्षिण अफ्रीका दावेदार है लेकिन अफगानिस्तान के पास भी इतिहास बनाने के मौका है।
इंग्लैंड में इस समय पर जैसे मौसम की मार चल रही है और अब तक 4 मैच रद्द हो चुके हैं, ऐसे में यहां से हर मुकाबला हर टीम के लिए महत्वपूर्ण होता चला जाएगा। दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम 4 मैचों में 3 मैच हारकर मात्र 1 अंक के साथ 9वें स्थान पर है जबकि अफगानिस्तान अपने तीनों मैच हारकर खाता नहीं खोल पाई है।
दक्षिण अफ्रीका का अपने ऊपर की 5 टीमों से अंकों का ज्यादा बड़ा फासला नहीं है और एक अदद जीत उसके अभियान को पटरी पर लौटा सकती है। हालांकि दक्षिण अफ्रीका को सेमीफाइनल की उम्मीदों के लिए अपने अगले सभी 5 मैच जीतने हैं और यह भी उम्मीद करनी है कि वर्षा के कारण उसका कोई मैच न धुले।
अफगानिस्तान की भी स्थिति दक्षिण अफ्रीका जैसी ही है। उसने तीनों मैच गंवा दिए हैं और उसे अपनी उम्मीदों के लिए अगले 6 मैच जीतने ही हैं, जो कि बहुत मुश्किल काम है। लेकिन अफगानिस्तान दूसरी टीमों का समीकरण बिगाड़ सकती है। अफगानिस्तान ने काफी उम्मीदें जगाई थीं लेकिन अनुभव की कमी के कारण उसका प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। अफगानिस्तान को खासतौर पर अपनी बल्लेबाजी में सुधार करने की जरूरत है।
दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत इस टूर्नामेंट में अच्छी नहीं रही और उसे अपने पहले मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था जबकि दूसरे मुकाबले में बांग्लादेश ने भी बड़ा उलटफेर करते हुए उसे पटखनी दी थी। विश्व कप में उसका तीसरा मुकाबला भारत से था, जहां भी उसे मुंह की खानी पड़ी थी।
2015 के पिछले संस्करण की सेमीफाइनलिस्ट दक्षिण अफ्रीका का चौथा मुकाबला विंडीज से था, जो बारिश की भेंट चढ़ गया था। बारिश के कारण दोनों टीमों को 1-1 अंक बांटने पड़े थे जिसकी बदौलत उसका टूर्नामेंट में खाता खुल पाया।
दक्षिण अफ्रीका के पास शनिवार के मुकाबले में 2 अंक हासिल करने का शानदार मौका है लेकिन इसके लिए उसे अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार करना होगा और अफगानिस्तान से उलटफेर की आशंका से भी सावधान रहना होगा। (वार्ता)