1992 के बाद पहली बार भारत विश्व कप में इंग्लैंड से 31 रनों से हारा

Webdunia
रविवार, 30 जून 2019 (23:49 IST)
बर्मिंघम। ओपनर जॉनी बेयरस्टो (111) के तूफानी शतक और बेन स्टोक्स (79) तथा जैसन रॉय (66) के आतिशी अर्धशतकों से इंग्लैंड ने भारत का आईसीसी विश्व कप में विजय रथ रविवार को 31 रन की जीत के साथ रोक कर सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को कायम रखा। 1992 के बाद यह पहला मौका है जब भारत इंग्लैंड से हारा है।
 
इंग्लैंड ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 337 रन का विशाल स्कोर बनाया और भारत को 50 ओवर में पांच विकेट पर 306 रन पर रोककर टूर्नामेंट में 8 मैचों में अपनी पांचवीं जीत हासिल की। इंग्लैंड के अब 10 अंक हो गए हैं लेकिन सेमीफाइनल के लिए उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी लीग मैच जीतना होगा।
 
भारतीय टीम को टूर्नामेंट में 7 मैचों में अपनी पहली हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद भारत के 11 अंक हैं लेकिन सेमीफाइनल के लिए उसे अपने आखिरी दो मैचों में से एक मैच जीतना होगा। भारत की पारी में रोहित शर्मा (102) ने शानदार शतक और कप्तान विराट कोहली (66) ने अर्धशतक बनाया लेकिन विशाल लक्ष्य के दबाव में भारत पिछड़ता चला गया और उसे हार का सामना करना पड़ा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने ख़राब और धीमी शुरुआत की। ओपनर लोकेश राहुल नौ गेंदों में खाता खोले बिना आउट हुए। राहुल ने क्रिस वोक्स को रिटर्न कैच थमाया। पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद ओपनर रोहित और कप्तान विराट कोहली ने संभलकर खेलना शुरू किया और 10 ओवर तक भारत का स्कोर मात्र 28 रन था लेकिन इसके बाद दोनों बल्लेबाजों ने रन गति को बढ़ाना शुरू कर दिया।
 
रोहित और विराट ने दूसरे विकेट के लिए 138 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। विराट ने इस विश्व कप में लगातार पांचवां अर्धशतक बनाया और स्टीवन स्मिथ के एक विश्व कप में लगातार 5 अर्धशतक बनाने के रिकॉर्ड की बराबरी की। ऐसा लग रहा था कि विराट इस बार शतक पूरा करेंगे लेकिन वह लियाम प्लंकेट की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी को कैच थमा बैठे। विराट का विकेट 146 के स्कोर पर गिरा।
 
रोहित ने इस विश्व कप में अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए टूर्नामेंट का अपना तीसरा शतक पूरा किया और 2003 में सौरव गांगुली के एक टूर्नामेंट में तीन शतक बनाने के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी की। वह एक विश्व कप में 3 शतक बनाने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं।
रोहित ने अपना 25वां शतक बनाया लेकिन शतक पूरा करने के बाद वह क्रिस वोक्स की गेंद पर जोस बटलर के हाथों लपके गए। रोहित का विकेट 198 के स्कोर पर गिरा।
 
इस विश्व कप में पहली बार खेल रहे युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत ने तेजी से बल्लेबाजी की लेकिन 29 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 32 रन बनाने के बाद वह प्लंकेट का दूसरा शिकार बन गए। हार्दिक पांड्या ने शानदार बल्लेबाजी की लेकिन वह भी निर्णायक मौके पर टीम का साथ छोड़ गए। पांड्या को भी प्लंकेट ने आउट किया। पांड्या ने 33 गेंदों पर 45 रन में 4 चौके लगाए। 
 
महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर थे लेकिन वह भी रन गति को तेजी नहीं दे पा रहे थे। केदार जाधव से बड़े शॉट नहीं लग पा रहे थे और लक्ष्य लगातार बड़ा होता जा रहा था। आखिर में भारत को 31 रन से हार का सामना करना पड़ा। धोनी ने 31 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 42 रन बनाए। केदार ने नाबाद 12 रन बनाये। इंग्लैंड के लिए प्लंकेट ने तीन और वोक्स ने 2 विकेट लिए।
इससे पहले इंग्लैंड ने ओपनर जॉनी बेयरस्टो (111) के तूफानी शतक और बेन स्टोक्स (79) तथा जैसन रॉय (66) के आतिशी अर्धशतकों से सात विकेट पर 337 रन का विशाल स्कोर बनाया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना का फैसला किया। उसके ओपनरों रॉय और बेयरस्टो ने पहले विकेट के लिए ही 22.1 ओवर में 160 रन की जबरदस्त साझेदारी कर इस फैसले को सही साबित कर दिया। 
 
बेयरस्टो ने 109 गेंदों पर 10 चौकों और छह छक्कों की मदद से 111 रन की शानदार पारी खेली और 'प्लेयर ऑफ द मैच' बने। रॉय ने 57 गेंदों पर 66 रन में 7 चौके और दो छक्के लगाए। स्टोक्स ने 54 गेंदों पर 79 रन में 6 चौके और 3 छक्के लगाए।
 
भारतीय गेंदबाजों में सबसे ज्यादा प्रभावशाली तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी रहे, जिन्होंने अपनी सर्वश्रेष्ठ वनडे गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 69 रन पर पांच विकेट लिए। शमी के करियर में यह पहला मौका है जब उन्होंने एक मैच में पांच विकेट हासिल किए हैं। शमी इससे पहले के दो मैचों में चार-चार विकेट ले चुके थे और इस विश्वकप में तीन मैचों में ही उनके विकेटों की संख्या 13 पहुंच चुकी है। 
जसप्रीत बुमराह ने 10 ओवर में कंजूसी के साथ गेंदबाजी करते हुए 44 रन पर एक विकेट लिया। भारत के दोनों स्पिनर आज महंगे साबित हुए। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल 10 ओवर में 88 रन लुटाकर कोई विकेट नहीं ले पाए जबकि चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 72 रन पर एक विकेट लिया। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने 10 ओवर में 60 रन दिए। 
 
इंग्लैंड की तरफ से जो रुट ने 54 गेंदों पर 44 रन में दो चौके लगाए। जोस बटलर आठ गेंदों पर एक चौके और दो छक्कों की मदद से 20 रन बनाकर आउट हुए। कप्तान इयोन मोर्गन एक और क्रिस वोक्स सात रन बनाकर आउट हुए। 
 
रॉय और बेयरस्टो के बीच पहले विकेट के लिए 160 रन की साझेदारी हुई जिसके बाद बेयरस्टो ने रुट के साथ दूसरे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। बेयरस्टो ने स्टोक्स के साथ चौथे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की।

बड़ी ओपनिंग साझेदारी ने इंग्लैंड के लिए विशाल स्कोर का आधार तैयार कर लिया था लेकिन भारतीय गेंदबाजों खासतौर पर शमी और बुमराह ने शानदार वापसी करते हुए इंग्लैंड को 350 तक नहीं पहुंचने दिया। 
 
शमी ने बेयरस्टो, रुट, मोर्गन, बटलर और वोक्स के विकेट लिए। शमी का इससे पहले वनडे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 16 रन पर चार विकेट था, जो उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले मैच में किया था। लेकिन भारतीय स्पिनरों की इंग्लिश बल्लेबाजों को ना रोक पाने की नाकामी ने इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने का मौका दे दिया। इंग्लैंड ने आखिरी 10 ओवरों में 92 रन बटोरे।

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