मैनचेस्टर। क्रिकेट इतिहास के दो सबसे बड़े चिर-प्रतिद्वंद्वियों भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वकप में एक अनोखा रिकॉर्ड बना है। इन दोनों ही मैचों में दबाव इतना ज्यादा होता है कि टॉस जीतने वाला कप्तान सबसे पहले बल्लेबाजी चुनता है। लेकिन सरफराज अहमद ने पहली बार टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया है।
गौरतलब है कि 1975 से लेकर तक 1987 तक हुए विश्व कप के मुकाबलों में भारत और पाकिस्तान कभी भी आमने-सामने नहीं भिड़े। 2007 के विश्व कप में भी ये दोनों देश कोई मुकाबला नहीं खेले। 1992 से 2015 तक हुए विश्व कप मुकाबलों में भारत और पाकिस्तान की कुल 6 भिड़ंत हुई, जिसमें सभी मैचों में भारत विजयी रहा है।
भारत ने इनमें से ज्यादातर बार टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करी और पाकिस्तान के बल्लेबाजी पर रनों के लक्ष्य का दबाव डाला और मैच जीतने में सफल रही।
पाकिस्तान के कप्तान ने टॉस जीतकर यही नीति 2003 के विश्वकप में अपनाई और भारत के सामने 274 रनों का लक्ष्य रखा। हालांकि सचिन तेंदुल्कर और बाकी भारतीय बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को आसानी से बना लिया।
अब यह देखना होगा कि सरफराज इस इतिहस को बदलने के बाद हार का भी इतिहास बदल पाते हैं या नहीं।