सचिन तेंदुलकर अब भी मुझसे महान ही हैं, विराट कोहली ने यह कह कर जीता दिल

Webdunia
रविवार, 5 नवंबर 2023 (22:39 IST)
क्रिकेट के मैदान में कई शानदार पारियां खेलने के बावजूद विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक बने हुए हैं।उन्होंने अपने आदर्श खिलाड़ी के 49 एकदिवसीय शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी करने के बाद बिना किसी हिचकिचाहट के स्वीकार किया कि वह कभी भी मुंबई के इस दिग्गज की बराबरी नहीं कर पायेंगे।

कोहली के एकदिवसीय करियर की 49वीं शतकीय पारी के दम पर भारत ने पांच विकेट पर 326 रन बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका की पारी को 27.1 ओवर में 83 रन पर समेट कर विश्व कप मैच में बड़ी जीत दर्ज की।

मैन ऑफ द मैच कोहली ने अपने 35 वें जन्मदिन को यादगार बनाने के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ अपने नायक के रिकॉर्ड की बराबरी करना बहुत बड़ा सम्मान है। वह बल्लेबाजी के मामले में ‘परफेक्ट’ रहे हैं। यह एक भावनात्मक क्षण है। मैं उन दिनों को जानता हूं जहां से मैं आया हूं, मैं उन दिनों को जानता हूं जब मैंने उन्हें टीवी पर देखा है। उनसे सराहना पाना मेरे लिए बहुत मायने रखता है।’’

कोहली के शतक के बाद तेंदुलकर ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) में लिखा, ‘‘शानदार खेल दिखाया विराट। इसी साल की शुरुआत में मुझे 49 से 50 (वर्ष) का होने में 365 दिन लगे। उम्मीद करता हूं कि आप 49 से 50 (शतक) तक पहुंचोगे और अगले कुछ दिनों में मेरा रिकॉर्ड तोड़ोगे। बधाई हो।’’कोहली से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ तेंदुलकर का संदेश काफी खास है। अभी के लिए यह सब बहुत ज्यादा है।’’

कोहली ने कहा कि प्रशंसकों ने इस मुकाबले को उनके लिए बेहद खास बना दिया।उन्होंने कहा, ‘‘यह एक चुनौतीपूर्ण मुकाबला था। संभवतः टूर्नामेंट में अब तक की सबसे कठिन टीम से खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिली।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों ने मेरे जन्मदिन को और भी खास बना दिया। मुझे इसके कुछ और होने का एहसास हुआ। जब सलामी बल्लेबाज उस (तेज) अंदाज में शुरुआत करते हैं, तो आपको लगता है कि पिच काफी आसान है। गेंद पुरानी होने के बाद हालांकि परिस्थितियों में बदलाव आया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ टीम प्रबंधन से मुझे आखिर तक बल्लेबाजी करने का संदेश मिला था।  मैं इस दृष्टिकोण से खुश था। जब हम 315 रन के पास पहुंचे थे तब मुझे पता था कि यह अच्छा स्कोर है। ’’

कोहली ने कहा, ‘‘ मैं रिकॉर्ड नहीं बल्कि बस रन बनाना चाहता हूं। मैं क्रिकेट खेलने का आनंद लेता हूं जो अब अधिक महत्वपूर्ण है और मैं टीम के लिए फिर से योगदान देने में सक्षम हूं। मैं खुश हूं कि अब मैं दोबारा से वह कर पा रहा हूं जो मैं इतने सालों से करता आ रहा था।’’

तेंदुलकर के शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी के बाद कोहली ने कहा, यह सपने के साकार होने जैसा

विराट कोहली ने रविवार को कहा कि अपने 35वें जन्मदिन पर 49वां एकदिवसीय शतक बनाकर महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की बराबरी करना सपनों के सच होने जैसा है और उन्होंने इस लम्हे के लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया।

तेंदुलकर के 50 ओवर के क्रिकेट में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड बनाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के एक दशक बाद कोहली ने एक और शानदार पारी के साथ इस महान बल्लेबाज की बराबरी कर ली।कोहली ने 121 गेंद में 10 चौकों की मदद से नाबाद 101 रन बनाए जिससे भारत ने ईडन गार्डन की धीमी पिच पर पांच विकेट पर 326 रन का स्कोर खड़ा किया। श्रेयस अय्यर ने 77 जबकि कप्तान रोहित शर्मा ने 24 गेंदों में 40 रन बनाए।

कोहली ने भारत की पारी खत्म होने के बाद आधिकारिक प्रसारणकर्ता से कहा, ‘‘भारत के लिए खेलने का हर अवसर बड़ा है, अपने जन्मदिन पर शतक जड़ा पाना सपना साकार होने की तरह है। भगवान का आभारी हूं कि मुझे यह लम्हा मिला।‘‘ईडन गार्डन्स की पिच के धीमी होने के कारण भारत की रन गति में कुछ गिरावट भी आई। कोहली ने इस बीच एक छोर संभाले रखा जबकि दूसरे छोर पर बल्लेबाजों ने बड़े शॉट खेलने का प्रयास किया।

कोहली ने कहा कि एशिया कप से पहले प्रशिक्षण सत्र में काफी समय बिताना उनके और अय्यर के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ जिन्होंने रविवार को तीसरे विकेट के लिए 134 रन की साझेदारी की।

उन्होंन कहा, ‘‘श्रेयस और मैंने एशिया कप से पहले बहुत सारे अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया और हमेशा तीसरे और चौथे नंबर पर एक साथ बल्लेबाजी की। हम दोनों स्पिनरों के खिलाफ सहज हैं। हम दोनों स्पिनरों के खिलाफ स्ट्राइक रोटेट करने में सहज हैं, खराब गेंदों पर शॉट खेलने का श्रेय उन्हें जाता है।’’(भाषा)<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख