भारत में क्रिप्टोकरेंसी बिल (Cryptocurrency Bill) ने पहले ही बाजार पर संशय के बादल खड़े कर रखे हैं। Cryptocurrency निवेशकों के लिए पिछले दिनों से कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। कई कारणों से इसके निवेशकों को नुकसान हो रहा है। बीते एक हफ्ते से ज्यादा वक्त में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के 250 बिलियन डॉलर डूबे हैं।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक के सख्त रवैए और कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते क्रिप्टोकरेंसी बाजार के मार्केट वैल्यू में 10 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है। Bloomberg की एक रिपोर्ट के मुताबिक सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन जैसे संकेत दे रहा है, उसके मुताबिक इसमें और गिरावट आने वाली है। बाजार अभी और वॉलेटाइल यानी अस्थिर होने वाला है।
बीते सप्ताह में बिटकॉइन में जबरदस्त तरीके से उतार-चढ़ाव देखा गया है। शुक्रवार के बाद से इसमें 21 प्रतिशत तक की गिरावट आई। अक्टूबर में 69 हजार डॉलर का रिकॉर्ड हाई देखने वाला क्रिप्टो सोमवार की दोपहर को 40 हजार डॉलर की गिरावट पर चल रहा है।
बिटकॉइन फ्यूचर भी गिर रहा है और रिपोर्ट के अनुसार बड़े एक्सचेंजेज पर फंडिंग रेट निगेटिव में हो गए हैं यानी शॉर्ट पोजीशन पर चल रहे निवेशक प्रीमियम चुका रहे हैं। बाजार में लिक्विडेशन का दबाव बढ़ गया है।