कटाक्ष की रूला देने वाली प्रेम कहानियाँ

रवींद्र व्यास
WD
जैसा कि टीवी रिपोर्टर कहते हैं अजगर के लिए थोड़े अफरा-तफरी के दिन हैं। जगह और नौकरी के साथ आदमी का अपना अमन-चैन भी बदल जाता है। प्रेमकहानी लिखने के लिए गहमागहमी नहीं बल्कि थोड़ा अवकाश चाहिए होता है। थोड़ा आकाश। थोड़ा अन्तरिक्ष। थोड़ी फुर्सत। तो अब लग रहा है कि कैसे खत्म होंगी 563 प्रेम कहानियाँ।

प्यार की ताक़त पर अजगर को भरोसा है। वह निकाल ही लेगा अपना रास्ता। कहते हैं न- दिल के तर्क अजीब होते हैं, जो तर्कों को समझ नहीं आते। दुनिया प्यार कर रही है। एक राष्ट्राध्यक्ष अपनी प्रेमिका को साथ लेकर खड़ी जाना चाह रहा था। एक सियासी शख्स में बदल चुका एक क्रिकेट का खिलाड़ी अपनी अलग हो चुकी पत्नी से बॉक्सर शॉर्ट्स में फ़ोन पर बात कर रहा है। प्यार अपनी जगह बना रहा है।

रेडियो से आती ख़बरों, बाहर खेलते बच्चों और बोरियत से बोर होकर खरीददारी करने निकली औरतों, साइबर कैफे में चैट करते लोगों के बीच। बहुत सारी दुनियादारी, लुच्चई, नंगे स्वार्थों, महत्वाकांक्षाओं के बीच थोडी सी गुंजाइश है। एसएमएस पर एक नाम लिखने की और उसे पढ़कर मुस्कुराने की। क्या इस ब्लॉग को पढ़ने वालों के पास कहानियाँ हैं? क्या उन्होंने प्यार किया है? क्या वे इसमें अपनी कहानी देना चाहेंगे? सादर आमंत्रित हैं।
  प्रेमकहानी लिखने के लिए गहमागहमी नहीं बल्कि थोड़ा अवकाश चाहिए होता है। थोड़ा आकाश। थोड़ा अन्तरिक्ष। थोड़ी फुर्सत। तो अब लग रहा है कि कैसे खत्म होंगी 563 प्रेम कहानियाँ। प्यार की ताक़त पर अजगर को भरोसा है।      


यह एक ब्लॉग पर लिखी जा रही प्रेम कहानियों का एक टुकड़ा है, आमंत्रण है। नाम तो जाहिर हो ही गया है कि ये कोई अजगर महाशय हैं लेकिन इस ब्लॉग पर उनके द्वारा लिखी जा रही प्रेम कहानियों को पढ़ने वाले यह नहीं जान पा रहे हैं कि आखिर यह अजगर कौन है? और अजगर है कि अपना असली नाम और धाम और काम नहीं बताता और अपने दीवानों के लिए प्रेम कहानियाँ लिख रहा है। हजारों लोग इस ब्लॉग पर कमेंट करते हैं कि अजगर अपना नाम बताए, पहचान बताए। लेकिन अजगर है कि अपनी पहचान बताए बगैर हमारे लिए एक से एक प्रेम कहानियाँ लिख रहा है।

अजगर के ब्लॉग का नाम कटाक्ष है और सुखद यह है कि यहाँ कोई कटाक्ष नहीं है। हैं तो बस दिल को छू लेने वाली प्रेम कहानियाँ। ऐसी प्रेम कहानियाँ कि आप दीवार से टिकाकर, किसी पेड़ के पीछे या बाथरूम में जाकर रोने लगें। बेहद संवेदनशील और मार्मिक।

इन कहानियों को पढ़ेंगे तो पाएँगे कि इनमें एक तरह का शॉक है और यह कोई सोचा-समझा शॉक नहीं है बल्कि उस घटना से सहज निकला हुआ शॉक है। यह शॉक ठीक उस तरह का शॉक है कि आप किसी खूबसूरत फूल के प्रेम में पड़कर उसे छूने जाएँ तो अचानक एक आँधी आती है और फूल टूटकर धूल में गिर पड़ता है और उस धूल में लिपटा फूल धूल के ही किसी बवंडर में फँसा आपसे दूर... दूर और हमेशा के दूर चला जाता है। ये कहानियाँ ठीक वैसी हैं जैसे जिंदगी एक कागज की पुड़िया है और पानी लगते ही गलकर ओझल हो जाती है।

इन कहानियों को पढ़कर आप स्तब्ध हो सकते हैं। आपमें एक सन्नाटा गूँजेगा और धीरे से फिर एक रुलाई फूटेगी। ...और वह रुलाई भी ऐसी फूटेगी कि आसपास किसी को सुनाई नहीं देगी। इस शोर भरे और चारों ओर से आती कर्कश आवाजों के बीच ये प्रेम कहानियाँ प्रेम की रुलाई को सुनने-सुनाने का खामोश जतन हैं।

दोस्तों, आज हम जिस दौर में रह रहे हैं वहाँ दो मिनट की ख्याति का जलवा है। कोई भी उठकर चला आता है और कुछ भी उलजलूल कर चलता बनता है और आप देखते हैं कि उसके पीछे फूल बिछे हुए हैं औऱ तमाम फोटोग्राफर उसकी एक झलक को कैद करने के लिए मरे जा रहे हैं। यानी हम जिस दौर में रह रहे हैं वहाँ एक पूरी पीढ़ी जरा से प्रचार पाने के लिए किस कदर मरी जा रही है। तब अजगर की कहानियाँ हमारे सामने आती हैं। बिना कोई पोज दिए, बिना कोई हल्ला किए, बिना किसी अतिरिक्त भावुकता के और बिना किसी कृत्रिम मुद्राओं के।

और इसका लेखक अजगर भी अपना नाम बताए बगैर, अपनी पहचान बताए बगैर अपने जीवन की धड़कती कहानियों को लेकर, दूसरों के जीवन की कहानियों को लेकर हमारे लिए एक ऐसी दुनिया को रचने में मुब्तिला हैं जहाँ हम अपने ही भुला दिए गए प्रेम, प्रेम की टूटन और उसके अवसाद को एक बार फिर समझने-बूझने की कोशिश करते हैं।

हमारे समय के एक महान चेक उपन्यासकार हैं मिलान कुंदेरा। (और यह संयोग ही है कि कटाक्ष पर जो कहानियाँ हैं उसमें मिलान कुंदेरा के उपन्यास के पात्र आते हैं, उनकी बातें आती हैं, किताब का जिक्र आता है और किताब से जुड़ी प्रेम कहानी भी आती है)। मैं गलत नहीं कह रहा तो एक जगह मिलान कुंदेरा ने कहा है कि एक लेखक को अपनी रचना के पीछे छिप जाना चाहिए।

अजगर की प्रेम कहानियों को पढ़कर इस बात को हम बेहतर तरीके से जान सकते हैं। इस ब्लॉग पर आप जाएँगे तो कविताएँ भी मिलेंगी। विशेषकर मुंबई पर मराठी, गुजराती और अँग्रेजी कवियों की कविताएँ भी मिलेंगी। कुछ संस्मरण भी मिलेंगे और हिंदी कमेंटरी पर खूबसूरत कमेंट भी मिलेंगे। और सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन रुला देने वाली प्रेम कहानियों को लिखने वाले ने अपने पाठकों के दिलों में कितनी जगह बना ली है यह उन कमेंट्स को पढ़कर पता लगाया जा सकता है जो यहाँ किए जाते हैं।

क्या आप इन प्रेम कहानियों को नहीं पढ़ना चाहेंगे? तो जाइए और पढि़ए, ये रहा उसका पता
- http://kataksh.blogspot.co m
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