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हिंदू पत्नी उषा पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बयान से उजागर हुआ अमेरिका का चरित्र

WD Feature Desk
शनिवार, 1 नवंबर 2025 (11:46 IST)
jd vance comment on his wife: भारतीय मूल की एक अमेरिकी हिंदू छात्रा ने अमेरिका उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मिसिसिपी विश्वविद्यालय में 'टर्निंग पॉइंट यूएसए' के एक कार्यक्रम के दौरान आप्रवासन नीति और धर्म पर तीखे सवाल पूछे। छात्रा के सवाल और जेंडी वेंस के जवाब ने अमेरिका में तहलका मचा दिया है। जेडी वेंस की ये टिप्पणियां एक ऐसे समय में आई हैं, जब अमेरिका में H-1B वीजा और भारतीय प्रवासियों को लेकर नस्लवाद और नफरत फैलाने वाले भाषणों में इजाफा हुआ है। सबसे पहले एसीन नामक एक पत्रकार ने एक्स पर जेडी वेंस का वह कमेंट शेयर किया और इसके बाद यह वायरल हो गया। आइये जानते हैं पूरा मामला क्या है।
 
यह बयान तब आया जबकि भारतीय मूल की एक छात्रा ने यूनिवर्सिटी ऑफ मिसिसिपी में दिवंगत ईसाई एक्टिविस्ट चार्ली किर्क के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में जेडी वेंस से पूछा कि आपने एक हिंदू महिला से शादी की है और आपके 3 बच्चे हैं। दो धर्मों के बीच आप उनकी परवरिश कैसे कर रहे हैं। आप अपने बच्चों को कैसे समझाते हैं कि वो आपके धार्मिक विश्‍वास को अपनी मां के धर्म पर हावी न होने दें। हम ईसाई धर्म की बात करते हैं, मैं ईसाई नहीं हूं लेकिन यहां खड़ी हूं। यहां ईसाई होना इतना जरूरी क्यों है? हम इसे इतना बड़ा मुद्दा क्यों बना रहे हैं। मैं अमेरिका से प्यार करती हूं। ये बात साबित करने के लिए मुझे ईसाई क्यों बनना पड़ेगा। 
 
इस सवाल के जवाब में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि ज्यादातर संडे को उषा मेरे साथ चर्च जाती है। मुझे उम्मीद हैं कि आखिरकार वो भी उसी चीज से प्रभावित होंगी जिससे मैं चर्च में प्रभावित हुआ था। मैं यही चाहता हूं क्योंकि मैं क्रिश्‍चियन गॉस्पेल में विश्‍वास करता हूं। और मुझे उम्मीद है कि आखिरकार मेरी पत्नी भी इसे उसी तरह देखेगी। 
 
वेंस ने आगे कहा कि उनका धर्म उनके लिए जरूरी है लेकिन उसे उषा के धर्म से उनकी शादी में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई। अगर वो धर्म नहीं बदलतीं तो ईश्‍वर कहते हैं कि हर किसी के पास आजादी है। इसलिए इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं होती। ये कुछ ऐसा है जिससे आप आपने दोस्तों, परिवार और जिस इंसान से आप प्यार करते हैं, उसके साथ मिलकर सुलझाते हैं। 

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A brave young woman asks JD Vance: “When you talk about too many immigrants here, when did you guys decide that number? Why did you sell us a dream? You gave us the path and now tell us we don't belong here? Why do you have to be Christian to be American?” pic.twitter.com/mQ3CTAnN58

— The Tennessee Holler (@TheTNHoller) October 30, 2025 >जेडी वेंस की शादी साल 2014 में हुई थी। जेडी वेंस ने 2019 में कैथोलिक धर्म अपना लिया था। उनका कहना है कि जब वह अपनी पत्नी ऊषा से मिले थे, तब वह खुद को एक नास्तिक मानते थे। पर अब वेंस दंपति के बच्चों की परवरिश ईसाई रीति-रिवाजों के अनुसार की जा रही है और वे ईसाई स्कूल में पढ़ते हैं। जेडी वेंस ने बताया कि ऊषा वेंस ज्यादातर रविवार को उनके साथ चर्च जाती हैं, लेकिन उनका अपना विश्वास (हिन्दू आस्था) बना हुआ है।
 
वेंस ने यह भी कहा कि वह ईसाई मूल्यों को देश की एक महत्वपूर्ण नींव मानते हैं। उन्होंने कहा, "जो कोई आपसे कह रहा है कि मेरी राय निजी है तो हो सकता है कि वह आपको कोई एजेंडा बेचना चाहता है, पर मैं कम से कम इस फैक्ट को लेकर ईमानदार हूं कि मैं इस देश की ईसाई नींव को एक अच्छी बात मानता हूं।
 
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राज्य अमेरिका एक धर्मनिरपेक्ष देश है जहाँ संविधान धर्म की स्वतंत्रता की गारंटी देता है, लेकिन कई लोगों का मानना है कि यहां पर नस्लवाद, जातिवाद और धार्मिक कट्टरता के आधार पर भेदभाव किया जाता रहा है। जहां तक भारतीय मूल के हिंदुओं की बात है तो उनकी तरक्की की गारंटी का आधार धर्मांतरण को ही माना जाता रहा है। भारतीय मूल के लोगों का कहना है कि उन्होंने अपनी योग्यता, शिक्षा, कड़ी मेहनत, कौशल और अवसरों के आधार पर तरक्की की है और इसे अमेरिका की हर तरह से सेवा की है लेकिन अब हमें प्रवासी मानकर हमें निकाले जाने की बात कहीं जा रही है। 
 
लोगों का कहना है कि इससे अमेरिका का असली चरित्र उजागर हो गया है। इसका अर्थ है कि यदि आपको अमेरिका में रहकर तरक्की करना है तो ईसाई बनना होगा। दरअसल अमेरिका में जिस तरह प्रवासियों को बाहर निकालने की मुहिम चल रही है इससे भारतीय मूल के अमेरिकी भी अपने भविष्‍य को लेकर चिंतित होने लगे हैं।
 
Edited by : Anirudh Joshi

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