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राजन ( rajan_kwt@hotmail.com)
अनिता कुमार ( ani_197078@webdunia.com)
अनुपम ( anupam@hrd.bhel.co.in)
शमीम आलम खान ( shameemalamkhan@yahoo.co.in)
आर.एस. गुप्ता ( rsgupta@webdunia.com)
सुधीर तेलंग ( sudhir_telang@webdunia.com)
नीतेश एरॉन ( aeron_niteesh@yahoo.com)
राज ( raj_ukindia@yahoo.co m)
वंदना परीक ( g_pareek@yahoo.com)
सुधाकर मिश्रा ( sudhakar_mishra@webdunia.co m)
मुकेश ( mukeshm00@yahoo.co m)
- धनराज वाधवानी ( DWadhwani@webdunia.co m)
संपादक जी,संज य ( sanjaypatel1961@gmail.co m)
एस.बी. ठाकर ( sbthakar@gmail.com)
हिम्मत सिंह भाटी ( himmat_40@yahoo.co.in)
ऊषा ओझा ( usha_ojha@yahoo.com)
संजय पटेल ( sanjaypatel1961@gmail.com)
अशोक व्यास ( Punditvyas@Yahoo.com)
डॉ. मोहन गुप्ता ( mohan_kumar4@webdunia.com)
अविनाश सूर्यवंशी
राजेश तिवारी
अन्नदा
आप लोगों का काम सचमुच बहुत शानदार है। वेबदुनिया के इस नवीन कायाकल्प पर मेरी ओर से ढेर सारी बधाइयाँ स्वीकार करें। लेकिन आपको अपनी वेबसाइट पर और काम करने की जरूरत है। बधाइयों के साथ एक शिकायत भी थी कि मेरा ई-पत्र वाला अकाउंट ठीक से काम नहीं करता है। कृपया उसका भी समाधान करें।दीप्ति पटेल
संदीप फडके
वेबदुनिया का यह परिवर्तन बहुत ही सुखद है। लेकिन शायद फॉन्ट का आकार कुछ छोटा है। इस वजह से इसे पढ़ने में भी दिक्कत आ रही है। कृपया इसका आकार थोड़ा बड़ा करें। जैसेकि मनोरमाऑनलाइन या मलयालम सिफि वाले देते हैं। मैं तीस वर्षीय हूँ और तब भी आसानी से पढ़ नहीं पा रहा हूँ। कृपया मेरे सुझाव पर विचार करें।विनो द
वेबदुनिया का यह नया रंग-रूप बहुत पसंद आया। कृपया आप अपने पोर्टल पर कमोडिटी न्यूज और उससे जुड़ी रिपोर्ट भी दें। धन्यवाद।हरजीत सिंह
आप लोग बहुत प्रशंसनीय काम कर रहे हैं। भारतीय भाषाओं के माध्यम से आप लोगों को आपस में जोड़ने का काम कर रहे हैं। एक सुझाव है कि आप और बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के समाचार अपने पोर्टल पर प्रकाशित करें। वैसे आपका प्रयास सचमुच ही बहुत सराहनीय है।नसीर हाशमी
गिरीश परी क
वेबदुनिया के नए संस्करण पर मेरी ओर से ढेरों बधाइयाँ। कृपया पुराने वेबदुनिया में जो तंत्र-मंत्र था, वह अब उसी रूप में नजर नहीं आ रहा है। कृपया उसे भी देने का कष्ट करें। मुझे बहुत असुविधा हो रही है ।राकेश तिवार ी
प्रिय संपादक महोदय,शुभलता जै न
वेबदुनिया का यह नया लुक अच्छा है, पर पता नहीं क्यूँ, मुझे यह बहुत ज्यादा पसंद नहीं आया। यह बहुत धीमे चलता है। मेरे ख्याल से शायद पहले वाला लुक ही ज्यादा अच्छा था।सतीश