जानिए, दिवाली के लिए उल्लू तंत्र के सिद्ध उपाय

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
दीपावली की रात तंत्र, मंत्र और यंत्र साधनाओं के लिए भी विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है। इस समय सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण कर सुखी जीवन के लिए उपाय किए जा सकते हैं। दिवाली पर उल्लू तंत्र के कुछ उपायों को आजमाकर आप भी अपने कार्यों में आ रही बाधाओं को समाप्त कर सकते हैं। जानिए उल्लू तंत्र के यह सिद्ध उपाय -  
 
घर में किसी प्रकार की बाधा हो तो दीपावली की रात में निम्नलिखित मंत्र उल्लू पर विराजी या उल्लू के साथ मां लक्ष्मीजी की प्रतिमा के समक्ष लाल चंदन की माला से जाप करें तो हर प्रकार की बाधा दूर होगी। 
 
ॐ नमो कालरात्रि सर्वभूतबाधा, किया कराया, नजर, ढीठ पलायन कुरु कुरु हूं फट्‍ स्वाहा। 
इस मंत्र का 1008 बार करना जाप करना चाहिए। 
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नवग्रह की शांति हेतु करें इस मंत्र का जाप -
 
 ॐ ह्रीं नवग्रह बाधा दूर कुरु कुरु स्वाहा

 
लक्ष्मी प्राप्ति हेतु दीपावली की कालरात्रि बहुत ही उपयोगी व सिद्धिदायिनी मानी गई है। इस दिन मंत्र जाप करने से निश्चित ही घर की दरिद्रता दूर कर मां लक्ष्मीजी मनोकामना की पूर्ति करती है। 
 
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मंत्र जाप कैसे करें - सर्वप्रथम स्नानादि से निवृत्त होकर साफ-सुथरी जगह एक ऊन का आसन लेकर उस पर स्वयं विराजित होकर बैठे फिर उल्लू के साथ लक्ष्मीजी की तस्वीर को सामने रखें। जहां तक हो सके शंख की माला या कमलगट्टे की माला लेकर निम्न मंत्र का जाप करें, लाभ अवश्य ही मिलेगा- 
 

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ॐ नमो उलूकवाहनी विष्णु प्रिया भगवति लक्ष्मी दैव्ये मम दुर्भाग्यनाशाय नाशाय सौभाग्य-वृद्धि कुरु कुरु श्रां श्रं श्रै श्रौ फट् स्वाहा।
 
अन्य उल्लू मंत्र -  ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं ॐ फट्‍ स्वाहा। 
यह मंत्र लक्ष्मीजी का श्रेष्ठ मंत्र है एवं अत्यंत सिद्ध व लाभप्रद है।
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