अपनी पसंद का जीवनसाथी चाहिए तो रवि पुष्य नक्षत्र है अत्यंत शुभ अवसर... प्रस्तुत है विशेष मंत्र, प्रेम विवाह करना हैै तो इसे पुष्य नक्षत्र के दिन शुभ मुहूर्त में अवश्य आजमाएं-
दिवाली पूर्व के रवि पुष्य नक्षत्र से इस प्रयोग को आरंभ करें। विष्णु और लक्ष्मी मां की मूर्ति या फोटो के आगे 'ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः' मंत्र का तीन माला जाप स्फटिक माला पर करें। इसे पुष्य नक्षत्र से ही शुरू करें। तीन महीने तक हर रविवार, सोमवार, मंगलवार अथवा गुरुवार को मंदिर में प्रसाद चढ़ाएं और विवाह की सफलता के लिए प्रार्थना करें।