उज्जैन में मां लक्ष्मी का अनोखा धाम गजलक्ष्मी मंदिर जहां सिर्फ एक दिन मिलता है सौभाग्य सिंदूर का प्रसाद

WD Feature Desk
मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024 (11:45 IST)
Ujjain Gajalakshmi Mandir
 
Ujjain Gajalakshmi Mandir : उज्जैन भारत का एक पवित्र धार्मिक स्थल है, यहां हर साल लाखों श्रद्धालु विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने आते हैं। उज्जैन का हर मंदिर अपनी अनोखी कथा और महत्व रखता है, लेकिन मां लक्ष्मी का यह गजलक्ष्मी रूप का मंदिर विशेष आकर्षण का केंद्र है। यहां धन की देवी मां लक्ष्मी गजलक्ष्मी के अद्भुत रूप में विराजित हैं। इस आलेख में आज हम आपको उज्जैन में स्थित मां लक्ष्मी गजलक्ष्मी मंदिर के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

गजलक्ष्मी का विशेष रूप
मां लक्ष्मी के इस मंदिर में उनकी गजलक्ष्मी के रूप में पूजा होती है। गजलक्ष्मी का यह रूप अन्य मंदिरों से थोड़ा अलग है, जिसमें देवी लक्ष्मी एक गज यानी हाथी पर विराजमान हैं और चार हाथों में दिव्य चिह्नों के साथ दिखाई देती हैं। यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु इस रूप को खास मानते हैं, जो समृद्धि और धन के आशीर्वाद का प्रतीक है।

साल में सिर्फ एक दिन मिलता है सिंदूर प्रसाद
इस मंदिर का सबसे विशेष पहलू यह है कि यहां साल में सिर्फ एक ही दिन, दीपावली के अवसर पर, मां लक्ष्मी का सिंदूर प्रसाद भक्तों को बांटा जाता है। मान्यता है कि इस दिन मंदिर का सिंदूर प्रसाद घर में रखने से पूरे साल मां लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है और धन-धान्य की कमी नहीं होती। इसलिए भक्तगण इस खास अवसर पर दूर-दूर से यहां आकर दर्शन करते हैं और यह प्रसाद अपने घर लेकर जाते हैं।
ALSO READ: नर्मदा तट पर स्थित 2500 साल पुराना ये कुबेर मंदिर साक्षात भगवान शिव के चमत्कार का है प्रतीक
 
उज्जैन के इस मंदिर का महत्व
उज्जैन में इस अनोखे मंदिर का धार्मिक और आस्था के दृष्टिकोण से बहुत बड़ा महत्व है। मान्यता है कि गजलक्ष्मी के रूप में मां लक्ष्मी की पूजा से न केवल आर्थिक समृद्धि आती है बल्कि घर में सुख-शांति और सौभाग्य भी बना रहता है। कई भक्त अपनी सफलता और धन की वृद्धि के लिए इस मंदिर में आकर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

इस मंदिर की यात्रा का सही समय
यदि आप उज्जैन के इस अद्भुत गजलक्ष्मी मंदिर की यात्रा करना चाहते हैं, तो दीपावली के दिन यहां आने का सबसे अच्छा समय होता है। इस दिन मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना होती है और मंदिर का सिंदूर प्रसाद भक्तों को वितरित किया जाता है। इस दिन दर्शन और प्रसाद का विशेष महत्व होने के कारण यह मंदिर भक्तों से भरा रहता है।

कैसे पहुंचें उज्जैन के गजलक्ष्मी मंदिर
उज्जैन मध्य प्रदेश में स्थित है और यहां का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन उज्जैन जंक्शन है। हवाई यात्रा के लिए इंदौर हवाई अड्डा सबसे करीब है, जो लगभग 55 किलोमीटर दूर है। वहां से आप टैक्सी या बस द्वारा इस मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

इजराइल के दुश्मन क्यों है ईरान सहित सभी मुस्लिम देश?

12 जून से मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम, 5 माह तक नहीं होंगे शुभ कार्य

वट सावित्री व्रत दो बार क्यों मनाया जाता है?

शनि देव को अतिप्रिय हैं ये चार फूल: शनि जयंती पर चढ़ाने से दूर होंगे शारीरिक तथा मानसिक कष्ट

वट सावित्री व्रत के दिन नहीं मिले बरगद का पेड़ तो ऐसे करें पूजा

सभी देखें

धर्म संसार

25 मई 2025 : आपका जन्मदिन

वट सावित्री व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

25 मई 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

आल्हा ऊदल ने क्यों लड़ा था पृथ्‍वीराज चौहान से युद्ध?

Weekly Horoscope 26 May To 01 June: इस सप्ताह किस राशि के चमकेंगे सितारे, जानें 12 राशियों का साप्ताहिक भविष्‍यफल

अगला लेख