18 सितंबर 2020 से प्रारंभ हुए अधिक मास 18 अक्टूबर को समाप्त होगा, जबकि 3 सितंबर से प्रारंभ हुआ अश्विन माह 31 अक्टूबर को समाप्त होगा। अश्विन माह के अंतर्गत अधिकमास में दो एकादशियां आती हैं, जबकि अश्विन माह बड़ा होने के कारण इसमें 4 एकादशियां शामिल हैं। अश्विन माह में पहली एकादशी 13 सितंबर 2020 को इंदिरा एकादशी थी, दूसरी 27 सितंबर को पुरुषोत्तमी एकादशी, तीसरी 13 अक्टूर को परामा, चौथी 27 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी। आओ जानते हैं अधिक मास की एकादशियों के फल के बारे में।
1. अधिक मास को पहले मलमास कहा जाता था परंतु अब पुरुषोत्तम पास कहा जाता है। इस मास में 27 सितंबर को जो एकादशी आ रही है उसे पुरुषोत्तमी और पद्मिनी अर्थात कमला एकादशी कहते हैं। पद्मिनी एकादशी का व्रत सभी तरह की मनोकामनाओं को पूर्ण करता है, साथ ही यह पुत्र, कीर्ति और मोक्ष देने वाला है।
2. इसके बाद 13 अक्टूबर को जो एकादशी आ रही है उसे भी पुरुषोत्तमी और पद्मिनी अर्थात कमला एकादशी कहते हैं, परंतु कुछ विद्वान उसे परमा एकादशी भी कहते हैं जो धन-वैभव देती है तथा पापों का नाश कर उत्तम गति भी प्रदान करने वाली होती है।