पर्यावरण दिवस पर रचना : जब पेड़ नहीं होंगे तो..

Webdunia
अजय अज्ञात 
 
हाथों में कुल्हाड़ी को देखा तो बहुत रोया
इक पेड़ जो घबराकर रोया तो बहुत रोया
जब पेड़ नहीं होंगे तो नीड़ कहां होंगे
इक डाल के पंछी ने सोचा तो बहुत रोया

 
दम घुटता है सांसों का जियें तो जियें कैसे...
इंसान ने सेहत को खोया तो बहुत रोया
जाने यह मिलाते हैं क्या ज़हर सा मिट्टी में
इक खिलता बगीचा जब उजड़ा तो बहुत रोया
हंसता हुआ आया था जो दरिया पहाड़ों से
अज्ञात वह नगरों से गुजरा तो बहुत रोया... 
Show comments

जरूर पढ़ें

ईरान को लेकर रूस ने अमेरिका को दी चेतावनी, पुतिन की चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से फोन पर बात, तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने के कितने आसार

राजा रघुवंशी हत्‍याकांड में नई मिस्‍ट्री गर्ल की एंट्री, कौन है सोनम की नई राजदार, क्‍यों उलझ रही गुत्‍थी?

जस्टिस यशवंत वर्मा मामले में चौंकाने वाला खुलासा, supreme court panel ने सौंपी रिपोर्ट, महाभियोग की सिफारिश

तत्काल टिकट के लिए 1 जुलाई से पहले लिंक करना होगा आधार, वरना नहीं होगी बुकिंग, जानिए कैसे करें

Tej Pratap Yadav का X पर पोस्ट- शुरुआत तुमने की, अंत मैं करूंगा, किसकी ओर इशारा

सभी देखें

नवीनतम

UP : नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, मेला देखने गई थी लड़की, 4 आरोपी गिरफ्तार

Coronavirus : महाराष्ट्र में कोरोना के 59 नए मामले, 1 व्यक्ति की मौत

Air India Plane Crash : अब Black Box बताएगा हादसे का सुराग, AAIB तय करेगा कहां डिकोड किया जाए

व्हाइट हाउस ने कर दिया खुलासा, ईरान पर कब हमला करेंगे डोनाल्ड ट्रंप, नेतन्याहू बोले- सुरक्षित नहीं खामेनेई

Raja Raghuvanshi Murder Case : सोनम कर रही है गुमराह, उसे इंदौर लाया जाए, राजा रघुवंशी के भाई ने की मांग