नई दिल्ली। किसान आंदोलन में अब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की एंट्री हो गई है। वे 30 जनवरी से किसानों से जुड़ी कई मांगों को लेकर आमरण अनशन करने जा रहे हैं।
अन्ना ने कहा कि किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर अपने गांव रालेगणसिद्धि में अनशन शुरू करेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से आग्रह किया है कि वे अपने-अपने स्थानों पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हों।
अन्ना ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि पिछले चार साल से किसानों की महत्वपूर्ण मांगों पर आंदोलन कर रहा हूं। कई बार देश के प्रधानमंत्री और कृषिमंत्री के साथ पत्राचार हुआ लेकिन सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया। यह किसानों के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता है। वे पहले भी अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं।
इससे पहले बीते 14 दिसंबर को उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग की थी। उसके बाद उन्होंने कहा था कि जनवरी के अंत में वह अपने जीवन का आखिरी अनशन करेंगे।
अन्ना की मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें, कृषिमूल्य आयोग को संवैधानिक दर्जा या स्वायत्तता, कृषि उपज को लागत का 50 फीसदी अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दिया जाए।