लखीमपुर खीरी-तिकुनिया हिंसा में आज सोमवार को 88 दिन बाद 14 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। 14 आरोपियों में से 13 आरोपी पहले से ही जेल में बंद हैं। इस हिंसा का मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी का पुत्र आशीष भी है।
कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में एक नया नाम वीरेंद्र शुक्ला बढ़ा है। आरोपी वीरेंद्र, मंत्री अजय टेनी के रिश्तेदार हैं और उन पर धारा 201 के तहत सबूत मिटाने की साजिश का आरोप है। 5,000 पन्ने की चार्जशीट को एक बक्से में ले जाया गया और उसके साथ ही पेन ड्राइव DVD भी साथ में दाखिल की गई है। तिकुनिया कांड मामले में सोमवार को जांच टीम ने कोर्ट में 5,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की जिसमें 14 लोगों को आरोपी पाया गया है।
बीती 3 अक्टूबर को तिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा के दौरान 4 किसानों और 1 पत्रकार सहित 8 लोगों की जान गई थी। 3 अक्टूबर को हुई इस हिंसा में उसी दिन भाजपा नेता की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई थीजिसमें 14 लोगों को मामले का आरोपी बताया गया। भाजपा नेता की एफआईआर में दर्ज नामों में से अब तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
लखीमपुर खीरी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद किसान पक्ष के वकील मोहम्मद अमान संतुष्ट नहीं दिखाई दिए। उनका कहना है कि केंद्रीय मंत्री अजय टेनी भी इस घटना के जिम्मेदार हैं। किसानों को कुचलने के लिए उनकी गाड़ी भी मौजूद थी और इसकी शिकायत भी दर्ज हुई थी।
टेनी का नाम बढ़ाने के लिए एडीजीपी एसआईटी को प्रार्थना पत्र भी दिया गया था, लेकिन उनका नाम बढ़ाया नहीं गया इसलिए अब 156/3 में दोबारा अपील डालनी पड़ेगी कि अजय टेनी को आरोपी बनाते हुए पुन: जांच हो।