ग्रेटा थनबर्ग की टिप्पणी भारत-स्वीडन के बीच द्विपक्षीय मुद्दा नहीं : विदेश मंत्रालय

Webdunia
शुक्रवार, 5 मार्च 2021 (23:10 IST)
नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि स्वीडन की युवा जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग की किसानों के विरोध प्रदर्शनों को लेकर हाल ही टिप्पणी भारत और स्वीडन के बीच कोई द्विपक्षीय मुद्दा नहीं है और दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की शुक्रवार को हुई डिजिटल बैठक में यह मुद्दा नहीं उठा।
 
विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) विकास स्वरूप ने विशेष मीडिया वार्ता में यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के बीच डिजिटल माध्यम से आयोजित शिखर वार्ता में क्या ग्रेटा थनबर्ग की टिप्पणी का मुद्दा उठा।
ALSO READ: एंटीलिया के बाहर मिली कार मामले में नया मोड़, गृहमंत्री ने कहा- स्कॉर्पियो मनसुख की नहीं
स्वरूप ने कहा कि इसका जवाब है..‘नहीं। यह भारत और स्वीडन के बीच द्विपक्षीय मुद्दा नहीं है। गौरतलब है कि पिछले महीने ग्रेटा थनवर्ग ने अपने ट्वीट में कहा था कि हम भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शनों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।
ALSO READ: फ्रीडम हाउस रिपोर्ट में भारत की रेटिंग 'आंशिक स्वतंत्र' किए जाने को सरकार ने भ्रामक और गलत बताया
इसके बाद उन्होंने इसमें मदद करने वालों के लिए एक टूलकिट साझा किया था। इसके साथ ही पॉप स्टार रिहाना एवं कई विदेशी हस्तियों ने किसानों के प्रदर्शनों के समर्थन में ट्वीट किया था। टूलकिट मामला एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया और दिल्ली पुलिस ने बाद में भारत की छवि को कथित तौर पर खराब करने का प्रयास करने को लेकर कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
 
पिछले सप्ताह विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व प्रदर्शनों को लेकर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं और किसानों के एक छोटे समूह को कृषि कानूनों को लेकर आपत्ति है जबकि इन कानूनों को पूरी चर्चा के बाद संसद ने पारित किया है।
ALSO READ: भोपाल, इंदौर में 8 मार्च से रात्रि कर्फ्यू !, महाराष्ट्र से आने वालों के‌ लाना होगा कोविड टेस्ट रिपोर्ट
गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के काफी संख्या में किसान तीन विवादित कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने की भी मांग कर रहे हैं।
 
वहीं, सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है कि वह एमएसपी और मंडी व्यवस्था को समाप्त करना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बार किसानों को आश्वस्त किया है कि एमएसपी व्यवस्था जारी रहेगी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

India-Pakistan Conflict : सिंधु जलसंधि रद्द होने पर प्यासे पाकिस्तान के लिए आगे आया चीन, क्या है Mohmand Dam परियोजना

Naxal Encounter: कौन था बेहद खौफनाक नक्‍सली बसवराजू जिस पर था डेढ़ करोड़ का इनाम?

ज्‍योति मल्‍होत्रा ने व्‍हाट्सऐप चैट में हसन अली से कही दिल की बात- कहा, पाकिस्‍तान में मेरी शादी करा दो प्‍लीज

भारत के 2 दुश्मन हुए एक, अब China ऐसे कर रहा है Pakistan की मदद

गुजरात में शेरों की संख्या बढ़ी, खुश हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

सभी देखें

नवीनतम

राहुल शनिवार को जाएंगे पुंछ, पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मिलेंगे

धरती की ओर बढ़ा सौर तूफान, अंधेरे में डूब जाएगी दुनिया, 14,000 साल पहले आया था ऐसा तूफान

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नरसिंहपुर में 26 मई को करेंगे कृषि उद्योग समागम का शुभारंभ

Petrol Diesel Prices: पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं, जानें ताजा कीमतें

बांग्लादेश ने भारत को फिर दिया धोखा, रद्द किया 180 करोड़ का रक्षा सौदा

अगला लेख