नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के 'रेल रोको' आंदोलन का पंजाब में व्यापक असर देखने को मिल रहा है और इसके कारण राज्य में कम से कम 30 जगहें प्रभावित हुई हैं। हरियाणा, बिहार, कर्नाटक में किसान रेल की पटरियों पर बैठ गए हैं।
किसान संगठन के राष्ट्रव्यापी आंदोलन की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई और इससे पंजाब और हरियाणा में सबसे अधिक परेशानी पैदा हुईं।
संयुक्त किसान मोर्चा उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को किसानों को कुचलने वाले आशीष मिश्र के पिता एवं मंत्री अजय मिश्र की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग कर रहा है।
किसानों को हरियाणा के सोनीपत सहित अन्य कस्बों और शहरों में रेल की पटरियों पर बैठते देखा गया। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने पुष्टि की है कि 'रेल रोको' के प्रभाव में आने के बाद इस रूट पर चलने वालीं आठ ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को एक बयान में कहा कि 'रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना रेल रोको शांतिपूर्ण तरीके से होगा। संयुक्त किसान मोर्चा इस दौरान सभी संगठनों से दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किए जाने की अपील की है।