गाजीपुर। कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने एमएसपी को लेकर सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। टिकैत ने कहा कि सरकारी आंकड़ों में देशभर में केवल 8 प्रतिशत किसानों को ही एमएसपी का लाभ मिलता है।
40 प्रतिशत फर्जी किसानों से सरकार, सरकारी अधिकारी, नोडल एजेंसी और बिचौलिए मिलकर एमएसपी का बंदरबांट करते हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर पत्रकारों को टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन हमेशा से न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी अधिकार देकर कानून बनाने की मांग करती आई है।
टिकैत ने दावा किया है कि यूपी में गेहूं और धान की खरीद में संगठित गिरोह का काम करता है। टिकैत ने आरोप लगाया कि 11 हजार किसानों को फर्जी बटाईदार दिखाकर रजिस्ट्रेशन किया गया और 1500-1600 रुपए में करीब 10 लाख क्विंटल गेहूं खरीदा गया। इसके बाद सरकारी रेट 1975 रुपए में बेचा गया।