केंद्र सरकार से बातचीत के लिए तैयार हुए किसान नेता, रखी यह शर्त

Webdunia
बुधवार, 23 दिसंबर 2020 (18:19 IST)
नई दिल्ली। किसान संघों ने बुधवार को सरकार से कहा कि वह नए कृषि कानूनों में निरर्थक संशोधन करने की बात को नहीं दोहराए, क्योंकि इन्हें पहले ही खारिज किया जा चुका है बल्कि वार्ता के एक और दौर के लिए लिखित में ठोस प्रस्ताव दे।
ALSO READ: क्या मायने हैं जम्मू और कश्मीर के चुनावी नतीजों के?
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक किसान नेता ने कहा कि वे बातचीत के लिए राजी हैं, लेकिन सरकार को ठोस प्रस्ताव भेजना चाहिए जिस पर अमल होना है।
ALSO READ: j&K : DDC चुनाव परिणाम अलगाववादियों के मुंह पर 'जोरदार तमाचा' : भाजपा
किसान नेता शिवकुमार कक्का ने बताया कि हम पहले ही गृहमंत्री अमित शाह को बता चुके हैं कि प्रदर्शनकारी किसान संशोधनों को स्वीकार नहीं करेंगे।
 

स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान संघ सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार हैं और सरकार के मेज पर खुले दिमाग से आने का इंतजार कर रहे हैं। ऑल इंडिया किसान सभा के नेता हन्नान मोल्ला ने दावा किया कि सरकार किसानों को थकाना चाहती है ताकि प्रदर्शन खत्म हो जाए। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सर्वे में बड़ा खुलासा, 82 फीसदी दिव्यांगों का बीमा नहीं, 42% आयुष्मान योजना से अनभिज्ञ

नीतीश कुमार ने किया वादा, भाजपा से फिर कभी नहीं तोड़ेंगे नाता

म्यांमार में मुश्किलें कम नहीं, भूकंप की त्रासदी से उबरने का संघर्ष, विद्रोहियों से भी जंग

संघ मुख्यालय पहुंचने वाले दूसरे पीएम बने मोदी, क्यों खास है यह दौरा?

म्यांमार की मदद के लिए भारत ने चलाया 'ऑपरेशन ब्रह्मा', जानिए क्या-क्या भेजा

सभी देखें

नवीनतम

योगी ने दी ईद की बधाई, सद्भाव एवं सामाजिक सौहार्द को सुदृढ़ करने का किया आह्वान

थानेदार संग सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान का लिपलॉक, AI जनरेटेड वीडियो वायरल, जांच के आदेश

ट्रंप की धमकी ईरान ने दिखाया ठेंगा, मिसाइले एक्टिव मोड में, क्या खुलेगा युद्ध का एक और मोर्चा?

Petrol Diesel Prices: ईद और मार्च के आखिरी दिन क्या हैं पेट्रोल और डीजल के भाव, जानें ताजा कीमतें

दुनिया से घबराई Ghibli, फोटो बनाने की होड़ ने निकाला दम, ऑल्टमैन ने कहा मेरी टीम को सोने दो

अगला लेख