हरियाली तीज स्पेशल : तैयार होते समय ये 7 फैशन ट्रेंड जरूर आजमाएं

Webdunia
हरियाली तीज केवल हरे-भरे सुहावने मौसम के स्वागत में ही नहीं मनाई जाती, न ही केवल अच्छा वर पाने के लिए और न केवल पति की लंबी आयु के लिए, बल्कि अब महिलाएं इसे मिल-जुलकर एक उत्सव के रूप में मनाती हैं। ऐसे में तैयार हो कर उत्सव में शामिल होने का महत्व और भी बढ़ जाता है। तो आइए, जानते हैं इस फेस्टिव सीजन तैयार होते समय कौन सी 7 चीजें आपको जरूर आजमाना चाहिए -
 
1. बैकलेस कच्छ कढ़ाई ब्लाउज : इन दिनों बैकलेस कच्छ कढ़ाई वाले ब्लाउज काफी चलन में हैं। आप इन्हें साड़ी व लहंगे आदि किसी के भी साथ पहन सकती हैं।
 
2. पारंपरिक और क्लासिक हेयर स्टाइल : इन दिनों पारंपरिक लेकिन क्लासी लुक वाले जूड़े चलन में हैं। जूड़े में फूलों का लगाना इस बार वापस ट्रेंड कर रहा है।
 
 
3. टैटू : बैकलेस ब्लाउज पहनने के बाद पीठ, गर्दन व कमर पर टैटू ट्रेंड कर रहा है। आप चाहे तो स्थायी व अस्थायी टैटू बनवा सकती हैं।


ALSO READ: नहीं पहना 'लहरिया' तो हरियाली तीज पर सजना-संवरना है अधूरा
 
4. वॉटरप्रूफ मेकअप : सावन के पूरे महीने किसी भी अवसर के लिए मेकअप करते हुए वॉटरप्रूफ मेकअप करना ही बेहतर है। 
 
5. मांग-टीका : इन दिनों चौथ 'मांग-टीका' सूट व लहंगे से लेकर साड़ी आदि सभी के साथ पहना जा रहा है।
 
6. चूड़ियां और कमरबंध : मल्टीकलर चूड़ियां और कमरबंध भी चलन में हैं। कमरबंध साड़ी और लहंगे दोनों के साथ पहने जा सकते हैं।

ALSO READ: फेस्टिव सीजन में बनाएं ऐसी हेयर स्टाइल कि लोग देखते रह जाएं
 
7. कोल्हापुरी : कोल्हापुरी चप्पल और मोजड़ियां आपके ट्रेडिशनल कपड़ों के साथ खूब जंचती हैं। इस फेस्टिव सीजन के लिए राजस्थानी कोल्हापुरी फुटवेयर ट्राय कर सकती हैं। 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या अपने पालतू जानवर के साथ एक बेड पर सोना है सही? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बदलते भारत में सेक्स बदलने की होड़, हॉर्मोन की गड़बड़ी या कोई मनोविकृति?

10 दिनों तक खाली पेट पिएं दालचीनी का पानी, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार हैं आसानी से मिलने वाले ये 9 आयुर्वेदिक हर्ब्स

ये है मोबाइल के युग में किताबों का गांव, पढ़िए महाराष्ट्र के भिलार गांव की अनोखी कहानी

सभी देखें

नवीनतम

पुण्यतिथि विशेष: मोटीवेशनल स्वामी विवेकानंद कोट्स

बिना धूप में निकले कैसे पाएं ‘सनशाइन विटामिन’? जानिए किन्हें होती है विटामिन डी की कमी?

बारिश है पसंद तो बेटी को दीजिए बरखा से प्रभावित ये नाम, अर्थ भी हैं सुन्दर

'मां' और ‘ममता’ की धरती पर क्यों खतरे में है स्त्री की अस्मिता!

यंगस्टर्स में बढ़ती जा रही हार्ट अटैक की समस्या, क्यों है खतरे की घंटी?

अगला लेख