दुल्हन है या जन्नत की हूर

बदन पे सितारे लपेटे हुए ...

गायत्री शर्मा
Gayarti SharmaWD
विवाह का मुख्य आकर्षण गहनों से सजी सुंदर दुल्हन होती है। 'दुल्हन' उसी को कहते हैं, जो दूर से ही लोगों की निगाहों को अपनी ओर मोड़ दे। उसके परिधान, गहने, मेकअप सब कुछ बहुत आकर्षक होना चाहिए।

सभी की नजरों को अपनी ओर मोड़ने वाली दुल्हन के परिधान उसे भीड़ में सबसे अलग बनाते हैं। समय के साथ-साथ आजकल ट्रेंड भी बदला है। इस बदलते ट्रेंड के साथ ही दुल्हन के परिधानों में भी बदलाव आया है।

भारतीय वधू शादी में अक्सर लहँगा-चोली, साड़ी व लाँछा आदि पहनती है, जो बहुत हैवी वर्क के होते हैं। सबके आकर्षण का केंद्र दुल्हन की सुंदर काया परिधानों में उभरकर निखरे। इसके लिए बाजार में आजकल नए पेटर्न के लहँगे-चोली का फैशन चला है।

  अपने नवजीवन में प्रवेश करती बेटी की बाबुल के घर से एसी विदाई होनी चाहिए कि लोग उस समारोह को सालों तक न भूलें। इस समारोह के लिए मेकअप व गहनों से लेकर परिधानों तक हर चीज का चयन ऐसा करें कि सबको लगे कि दुल्हन के रूप में कोई हूर ज़मीं पर उतर आई है।      
* दुल्हन के लिए क्या है खास :-
दुल्हन के कपड़े यदि फिटिंग के हों तो वो उसकी खूबसूरती को ओर अधिक निखारेंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आजकल फैशन बाजार में दुल्हन के लिए विशेष तौर पर स्टाइलिश वेडिंग कलेक्शन आया है, जिनमें घेरदार लहँगे की बजाय फिश कट, डिजाइनर व फिटिंग वाले लहँगे शामिल हैं।

अपनी चिकनाहट व चमक के लिए जाना जाने वाला सिल्क अब भारतीय वधू के परिधानों से धीरे-धीरे लुप्त होता जा रहा है और बेसिक मटेरियल के रूप में इसकी जगह टिश्यू, शिफॉन, जार्जट व नेट ले रहा है, जिनमें गोटे से लेकर कुंदन, स्टोन व जरदौजी का वर्क मिल जाता है।

* जैसा दाम वैसा काम :-
दुल्हन के परिधान खरीदते समय अपने बजट पर नजर जरूर रखें क्योंकि इसमें आपको 10000 रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक मनचाहे लहँगे मिल सकते हैं। लहँगे-चोली के मटेरियल व कारीगरी की बारीकी के हिसाब से उसके दाम भी बढ़ते जाते हैं।

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* गहरे रंग होते हैं लाजवाब :-
शादी में हर किसी की नजर दूल्हा-दुल्हन पर ही रहती है। शादी जीवन में एक ही बार होती है। यही वह अवसर होता है, जब हम अपने परिवार व प्रियजनों के साथ होते हैं।

कई बार अपनी शादी के फोटो देखते समय महिलाएँ उन्हें देखकर अनायास ही यह कह उठती हैं कि काश मैंने उस दिन गहरे रंग के कपड़े पहने होते, तो शायद मेरे फोटो इतने डल नहीं आते।

अब गए वो जमाने जब भारतीय वधू के परिधान अक्सर लाल रंग के होते थे। आजकल हमारे पास इन परिधानों में रंगों की बहुत सारी कलर च्वाइस उपलब्ध है। दुल्हन का बेस खरीदते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि उस बेस का रंग हल्का न हो।

ऐसे रंग देखने और पहनने में तो अच्छे लगते हैं परंतु फोटो में नहीं। इसके बाजाय आप यदि मेहरून, नीला, बादामी, रानी आदि गहरे शेड्स का चयन करेंगे तो दुल्हन की खूबसूरती में चार चाँद लग जाएँगे।

अपने नवजीवन में प्रवेश करती बेटी की बाबुल के घर से एसी विदाई होनी चाहिए कि लोग उस समारोह को सालों तक न भूलें। इस समारोह के लिए मेकअप व गहनों से लेकर परिधानों तक हर चीज का चयन ऐसा करें कि सबको लगे कि दुल्हन के रूप में कोई हूर ज़मीं पर उतर आई है।
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