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Father's Day Essay : फादर्स डे पर रोचक हिन्दी निबंध

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WD Feature Desk

, बुधवार, 12 जून 2024 (14:34 IST)
Highlights 
 
फादर्स डे पर पढ़े हिन्दी में निबंध। 
पितृ दिवस पर हिन्दी निबंध।  
फादर्स डे कब है 2024 में।  
 
Essay on Fathers Day : वर्ष 2024 में 16 जून को फादर्स डे/ पितृ दिवस मनाया जा रहा है। प्रतिवर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को यह दिवस मनाया जाता है। पिता हर बच्चे के लिए उनके आदर्श होते है, क्योंकि वे एक पिता में वे सारी योग्यताएं मौजूद हैं जो एक श्रेष्ठ पिता में होती हैं। और उनकी तुलना दुनिया में किसी से भी नहीं की जा सकती।

शायद इसीलिए पिता, दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। पिता कभी हार न मानने और हमेशा आगे बढ़ने की सीख देते हुए अपने बच्चों का हौसला बढ़ाते हैं। पिता से अच्छा मार्गदर्शक कोई हो ही नहीं सकता।

पिता केवल एक पिता ही नहीं बल्कि मेरे सबसे अच्छे दोस्त भी हैं, जो समय-समय पर अच्छी और बुरी बातों का समझा कर अपने बच्चों को आगाह भी करते हैं और उनके लिए एक मजबूत स्तंभ बनकर हमेशा उनके साथ खड़े होते है। हर बच्चा अपने पिता से ही सारे गुण सीखता है जो उसे जीवन भर परिस्थितियों के अनुसार ढलने के काम आते हैं। उनके पास सदैव हमें देने के लिए ज्ञान का अमूल्य भंडार होता है, जो कभी खत्म नहीं होता। 
 
पिता की कुछ प्रमुख विशेषताएं उन्हें दुनिया में सबसे खास बनाती है। आइए जानते हैं- 
 
पिता जी घर के सभी कार्यों और परिवार के सभी लोगों और उनके स्वास्थ्य के प्रति गंभीर होते हैं। वे कभी छोटी-छोटी बातों को भी नजर अंदाज नहीं करते बल्कि हर बात को गंभीरता से लेकर उसका महत्व हमें समझाते हैं, पिताजी कभी अपनी कोई तकलीफ नहीं बताते बल्कि वे घर के लोगों की हर जरूरत और तकलीफ का पूरा ध्यान रखते हैं। 
 
पिता जी का दिल बहुत बड़ा है, कई बार उनके पास पैसे नहीं होते हुए भी वे अपनी जरूरत भूलकर हमारी जरूरतों और कभी कभी गैरजरूरी फरमाइशों को भी पूरा करते हैं वे कभी हमें या परिवार के सदस्यों को किसी भी चीज के लिए तरसने नहीं देते। बच्चे कोई बड़ी से बड़ी गलती भी क्यों न कर दें, पिताजी हमेशा कुछ देर गुस्सा दिखाने के बाद उसे माफ कर देते हैं।  
 
हमें हमेशा पिता से सीख लेना चाहिए कि चाहे कुछ भी हो जाए, हमें अपने आप पर से नियंत्रण कभी नहीं खोना चाहिए। पिताजी हमेशा संयमित व्यवहारकुशलता से हर कार्य को सफलता पूर्वक समाप्त करते हैं। वे कभी बिना वजह छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा नहीं करते।
 
पिता का सबसे महत्वपूर्ण गुण धीरज है, जो हर समय सदैव धीरज रखकर काम लेते हैं और कभी खुद पर से आपा नहीं खोते। हर परिस्थिति में वे शांति से सोच-समझ कर आगे बढ़ते हैं और गंभीर से गंभीर मामलों में धैर्य बनाए रखते हैं।
 
एक पिता परिवार के सभी लोगों से बहुत प्रेम करते हैं, वे घर में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देते और हमारी जरूरतें और फरमाइशें भी पूरी करते हैं। किसी भी प्रकर की गलती होने पर वे हमें डांटने के बजाए हमेशा प्यार से समझाते हैं और गलतियों के परिणाम बताते हुए दोबारा न करने की सीख भी देते हैं।
 
एक पिता हमेशा हमें अनुशासन में रहना सिखाते हैं और वे खुद भी अनुशासित रहते हैं। सुबह से लेकर रात तक उनकी पूरी दिनचर्या अनुशासित होती है। वे सुबह समय पर उठकर दैनिक कार्यों से नि़वृत्त होकर ऑफिस जाते हैं और समय पर लौटते हैं। वे प्रतिदिन शाम को अध्ययन भी करवाते हैं।
 
इन्हीं सब विशेषताओं के कारण पिता की महानता और अधि‍क बढ़ जाती है और पिता हर बच्चे के लिए धरती पर ईश्वर का साक्षात रूप होते हैं। वे अपनी संतान को सुख देने के लिए अपने सुखों को भी भूला देते हैं।

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