स्तोव ऑन दोन (रूस)। बेल्जियम ने फीफा विश्व कप फुटबॉल के छठे प्री-क्वार्टर फाइनल में बेहद रोमांचक मुकाबले में 2 गोल से पिछड़ने के बावजूद मुकाबले को 3-2 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, जहां उसका मुकाबला ब्राजील से होगा।
मैच विनिंग गोल बेल्जियम के नासिर शैडली ने इंजरी टाइम खत्म होने के आखिरी लम्हों में दागा। रैंकिंग में तीसरे नंबर की और इस विश्व कप की अपराजेय बेल्जियम टीम आज उलटफेर का शिकार होते-होते बच गई। मैच के सभी पांचों गोल हाफ टाइम के बाद हुए।
जापान की तारीफ करनी होगी कि उसने पहले 2-0 की लीड लेकर एक तरह से दर्शकों का दिल जीत लिया। जापान की इस हार के साथ ही विश्व कप 2018 में एशियाई चुनौती समाप्त हो गई है। विश्व कप के इतिहास में यह पहला मौका है, जब जापान ने किसी मैच में 2-0 की लीड बनाई हो।
जापान ने शुरुआत में तेज हमले बोलकर उम्मीद जगाई लेकिन फिर डिफेंस में अपनी ताकत का अहसास करवाकर बेल्जियम को सकते में डाल दिया। जापान की यही बड़ी उपलब्धि रही कि उसने खेल के पहले 45 मिनट तक बेल्जियम को गोल करने का कोई मौका नहीं दिया। बेल्जियम ने 10 बार और जापान ने 4 बार गोल करने की कोशिश की लेकिन किसी टीम को कामयाबी नहीं मिली।
हॉफ टाइम के बाद खेल शुरू होते ही 48वें मिनट पर चार टच में जेनकी हारागुची ने जापान के लिए पहला गोल दागकर पूरे स्टेडियम को हिलाकर रख दिया। 1-0 का स्कोर होने के बाद बेल्जियम ने काउंटर अटैक किया। ईडन हेजार्ड का दुर्भाग्य रहा कि गोली की तरह गया शॉट जापान के गोलपोस्ट से टकरा गया वरना स्कोर 1-1 से बराबर हो गया होता।
मैच में तब भूचाल आ गया, जब जापान के ताकाशी इनुई ने दूसरा गोल दाग दिया। जापान के इस खिलाड़ी के जोश, जज्बे और जुनून की तारीफ करनी होगी। इनुई ने दूर से शॉट लेकर इस विश्व कप का अद्भुत गोल दागा। 5 मिनट के भीतर जापान ने 2 गोल करके बेल्जियम को बैकफुट पर धकेल दिया था।
खेल के 69वें मिनट में बेल्जियम के जन वर्टोंगन ने 'हैडर' से गोल करके स्कोर को 1-2 किया। असल में वर्टोंगन हेडर से रोमेलू लुकाकू को पास देना चाहते थे लेकिन गेंद गोलपोस्ट के भीतर चली गई। मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए खेलने वाले बेल्जियम के मर्लोन फलानी ने 74वें मिनट पर हैडर से गोल करके स्कोर 2-2 की बराबरी पर ला दिया।
इंजरी टाइम के खत्म होने के कुछ लम्हों पूर्व जापान को कॉर्नर मिला लेकिन वह बेकार गया। बेल्जियम ने काउंटर अटैक पर नासिर शेडली ने गोल करके अपनी टीम को 3-2 से जीत दिलवाते हुए तीसरी बार विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करवाया।
1970 में हुआ था वह कारनामा : विश्व कप इतिहास में 1970 में नाकआउट दौर में एक कारनामा हुआ था। इसमें पश्चिम जर्मनी की टीम इंग्लैंड के खिलाफ 0-2 से पीछे थी और उसके बाद उसने यह मुकाबला जीता था। जापान के खिलाफ भी बेल्जियम की टीम 0-2 से पहले पीछे थी और उसने पहले बराबरी की और फिर मैच 3-2 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
1998 से लगातार विश्व कप खेल रहा है जापान : जापान 1998 से विश्व कप में लगातार अपने मैच खेल रहा है। 2002 के विश्व कप में जापान और बेल्जियम की टक्कर हुई थी, जहां मुकाबला बराबरी पर छूटा था। अंतिम बार ये दोनों टीमें 2017 के नवंबर में भिड़ी थीं, जहां बेल्जियम 1 गोल से मुकाबला जीतने में सफल रही थी।
बेल्जियम 22 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपराजेय : पिछले लगातार 22 मैचों में बेल्जियम ने कोई भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला नहीं गंवाया है और इस विश्व कप में फीफा रैंकिंग में तीसरे नंबर की इस टीम को जापान के खिलाफ मुकाबले के पहले हॉफ में गोल करने के कई अवसर मिले, लेकिन वे डिफेंस में जापान की दीवार को नहीं भेद सके। सनद रहे कि जापान एकमात्र पहली एशियन टीम है, जो अंतिम 16 में पहुंची थी। विश्व कप शुरू होने पर जापान रैंकिंग में सबसे निचले क्रम की टीम थी।